ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के ‘सुपरटेक इको विलेज-2’ सोसाइटी में दूषित पानी पीने के कारण बीमार पड़ने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को यह आंकड़ा 500 से अधिक हो गया। मंगलवार को जब गौतम बुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाया था तब यह आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया था। बुधवार को निजी अस्पतालों ने सोसाइटी के अंदर हेल्थ चेकअप कैंप लगाया। इसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। सोसाइटी में कई परिवार ऐसे हैं, जिसके सभी सदस्य दूषित पानी पीकर बीमार हो चुके हैं।
बता दें कि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के कैंप में बीमार लोगों की संख्या 339 थी। लेकिन, बुधवार को निजी अस्पतालों के लगाए गए कैंप में 200 से अधिक लोगों ने चिकित्सा सहायता ली। इसमें से ज्यादातर मरीज उल्टी, दस्त और बुखार की समस्या से परेशान थे। बीमार लोगों में बच्चों और बुजुर्गों की संख्या सबसे ज्यादा है। इस मामले को लेकर सोसाइटी से पानी के सैंपल लिए जा चुके हैं। इसके अलावा ‘ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण’ के अधिकारियों ने भी पाइपलाइन और चेकप्वाइंट का निरीक्षण किया था।
इस मामले को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने गंभीरता से लिया है। सीईओ ने जलापूर्ति विभाग की टीम को तत्काल मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक एसके मिश्र और वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम टीम को लेकर मंगलवार सुबह ही मौके पर पहुंचे थे और जलापूर्ति नेटवर्क का जायजा लिया था।
प्रारंभिक तौर पर प्राधिकरण की तरफ से हो रही जलापूर्ति में किसी तरह की कमी नहीं मिली है, फिर भी टीम ने पानी का सैंपल ले लिया है। लैब से इसकी जांच कराकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण ने समस्या को लेकर पीड़ितों से बात भी की। लोगों ने बताया कि हाल ही में सोसाइटी के अंदर बने टैंक की सफाई कराई गई थी। उसके बाद ही गंदे पानी की सप्लाई हुई, जिसे पीने से लोग बीमार हुए हैं।
जलापूर्ति विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम ने बताया कि ग्रेटर नोएडा की सभी ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी को प्राधिकरण की तरफ से उनके रिजर्वायर तक ही सप्लाई की जाती है। सोसाइटी के निवासियों के घरों तक जलापूर्ति खुद बिल्डर या फिर एओए (अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन) की तरफ से कराई जाती है।