नई दिल्ली : भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला राजकोट के मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। हालांकि शुरुआती तीन विकेट भारतीय टीम ने सिर्फ 33 के स्कोर तक गंवा दिए थे। इसमें यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और रजत पाटीदार का विकेट शामिल था। इसके बाद नंबर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर रवींद्र जडेजा उतरे और उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा के साथ ना सिर्फ पारी को संभाला बल्कि चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 204 रनों की साझेदारी भी की।
इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के शुरुआती 2 मैचों में भारतीय टीम की तरफ से एक भी शतकीय साझेदारी देखने को नहीं मिली थी। रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने मिलकर राजकोट टेस्ट मैच के पहले दिन ही 204 रनों की साझेदारी करने के साथ 39 साल पुराने एक रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे विकेट के लिए टेस्ट मैच भारतीय टीम की तरफ से ये तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले साल 1985 में चेन्नई के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में मोहम्मद अजहरुद्दीन और मोहिंदर अमरनाथ के बीच चौथे विकेट के लिए 190 रनों की साझेदारी देखने को मिली थी।
भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे विकेट के लिए सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली, हेडिंग्ले टेस्ट मैच (साल 2002) – 249 रन
विजय मांजरेकर और विजय हजारे, हेडिंग्ले टेस्ट मैच (साल 1952) – 222 रन
रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा, राजकोट टेस्ट मैच (साल 2024) – 204 रन
मोहम्मद अजहरुद्दीन और मोहिंदर अमरनाथ, चेन्नई टेस्ट मैच (साल 1985) – 190 रन
मोहम्मद अजहरुद्दीन और संजय मांजरेकर, ओल्ड ट्रैफर्ड (साल 1990) – 189 रन
भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में साल 2019 के बाद ये पहली चौथे विकेट के लिए दोहरी शतकीय साझेदारी है। इससे पहले अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा के बीच रांची टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में चौथे विकेट के लिए 267 रनों की साझेदारी देखने को मिली थी।