वाराणसी: बदला लेने का जुनून इंसानियत को किस हद तक नीचे गिरा देता है, इसका उदाहरण उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में देखने को मिला. जहां एक युवक ने 5 साल के बच्ची को अगवा किया, फिर उसे जमीन पर पटका, उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया, लेकिन उस दरिंदे की हैवानियत यही नहीं रुकी उसने दुष्कर्म के बाद मासूम की हत्या कर उसके शव को झाड़ियों में फेंक दिया. घटना के दस दिन बाद पुलिस के शिकंजे में आरोपित जब आया तब इस निर्मम दुष्कर्म और हत्याकांड का राज सामने आया.
दरअसल चंदौली का रहने वाला बनवासी परिवार वाराणसी में रहकर दोना-पत्ता बेचा करता था. 14 अगस्त की रात परिवार का मुखिया अपने पत्नी और पांच साल की बच्ची के साथ वाराणसी के काशी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन पर सो रहा था. रात ढाई बजे जब संजय की आंख खुली तो बच्ची गायब थी.पूरी रात संजय और उसकी पत्नी अपनी 5 साल के बच्ची को ढूंढते रहे लेकिन अगले दिन 15 अगस्त की सुबह बच्ची का लहूलुहान शव मालवीय पुल के पास झाड़ियों में फेंका हुआ मिला.
शव मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और हत्या करने वाले शख्स की तलाश करने लगी. एक दोना पत्ता बेचने वाले परिवार के बेटी के साथ हैवानियत करने वाले हैवान तक पहुचने के लिए पुलिस को 10 दिन लग गए. आरोपित काशी स्टेशन पर रहने वाले संजय बनवासी तक पहुंच गयी. कड़ाई से पूछताछ के बाद मामले से जब पर्दा उठा तो पुलिसवालों की भी रूह कांप गई. आरोपित संजय ने बताया कि मृत मासूम बच्ची के साथ ही संजय काम करता है. पीड़ित पिता संजय को उसके काम में हमेशा अड़ंगा डालता था, उसे ताने मरता था, संजय ने पुलिस से बताया कि 14 अगस्त की रात बच्ची को अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी.
डीसीपी काशी जोन आर. एस. गौतम ने बताया कि आरोपित संजय पहले बच्ची को अगवा करता है फिर उसे मालवीय पूल के नीचे ले जाता है और उसे जमीन पर पटक देता है. बच्ची को जमीन पर पटकने के बाद उसके साथ दुष्कर्म करता है. इतने पर भी जब इसका मन नहीं भरा तो आरोपी ने बच्ची की हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया.