नई दिल्ली : महिलाओं को अक्सर कमर दर्द की समस्या परेशान करती है। वृद्धावस्था ही नहीं कम उम्र में भी महिलाएं कमर दर्द से परेशान रह रही हैं। जिसके लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में जानना जरूरी है कि आपके कमर दर्द के लिए कौन सी वजह जिम्मेदार है।
कम उम्र से ही अगर महिलाओं में कमर दर्द की समस्या परेशान कर रही है तो इसके लिए आजकल की लाइफस्टाइल जिम्मेदार होती है। लगातार बैठने या फिर ज्यादा लंबे समय तक खड़े रहने की वजह से पीठ में दर्द, अकड़न होने लगती है। दरअसल, जब कमर लगातार एक ही स्थिति में लंबे समय तक बनी रहती है तो इससे मांसतपेशियों में जकड़न होने लगती है। ऐसे में जब आप हिलती-डुलती हैं तो कमर में दर्द होता है। कमर दर्द की इस समस्या से राहत पाने के लिए मात्र स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी मदद कर सकती है।
महिलाओं के गलत खानपान और सही पोषक तत्वों की कमी भी कमर दर्द के लिए जिम्मेदार होती है। हड़्डियों के पोषण के लिए कैल्शियम और फास्फोरस जरूरी होता है। साथ ही विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा भी जरूरी होती है। इन सबकी कमी की वजह से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। और कई बार अचानक से लगी चोट की वजह से कमर में दर्द होने लगता है।
बहुत सारी महिलाओं को कम उम्र से ही पीएमएस की समस्या परेशान करने लगती है। जिसे प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम कहते हैं। इसमे पीरियड्स शुरू होने के कुछ दिन पहले से ही कमर के आसपास के हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाता है।
40-45 साल की उम्र के बाद अगर महिलाओं में कमर दर्द की शिकायत शुरू होने लगती है। तो ये समस्या मनोपॉज की वजह से होती है। जिसकी वजह से एस्ट्रोजन लेवल कम हो जाता है। और महिलाओं की हड्डियां कमजोर होने लगती है और कमर दर्द की समस्या बढ़ जाती है।
-ऑस्टियो ऑर्थराइटिस की समस्या की वजह से भी महिलाओं में कमर दर्द की दिक्कत होने लगती है। इसमे जोड़ों में दर्द होता है। जांघ, पीठ और हिप्स में दर्द की समस्या बढ़ने लगती है।