नई दिल्ली: आर्थिक संकट में फंसी एडटेक कंपनी बायजू ने सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकालना शुरू कर दिया है। कंपनी ने मंगलवार को कहा कि वह पुनर्गठन अभ्यास के अंतिम चरण में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी कर्मचारियों को बिना नोटिस पीरियड दिए ही जाने दे रही है।
बायजूस ने छंटनी के लेटेस्ट राउंड में सेल्स डिपार्टमेंट में काम करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की घोषणा की है। इसके लिए कर्मचारियों को पहले से कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। बायजूस में इस बार की छंटनी का असर 500 कर्मचारियों तक पर पड़ सकता है। इस बार इन कर्मचारियों को 31 मार्च को एचआर डिपार्टमेंट से कॉल आया। कॉल के दौरान ही उन्हें बता दिया गया कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकालने का प्रोसेस शुरू कर दिया है और तत्काल उनकी एक्जिट प्रोसेस शुरू की जा रही है। उन कर्मचारियों का लास्ट वर्किंग डे 31 मार्च ही था।
एक बयान के अनुसार, कंपनी ने अभी तक अपने कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन नहीं दिया है। कंपनी परिचालन संरचनाओं को सरल बनाने, लागत आधार को कम करने और बेहतर नकदी प्रवाह प्रबंधन के लिए अक्टूबर 2023 में घोषित व्यवसाय पुनर्गठन अभ्यास के अंतिम चरण में है। एडटेक स्टार्टअप ने पिछले दो वर्षों में हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। यह सीमित फंडिंग और निवेशकों और अन्य हितधारकों के साथ कानूनी लड़ाई से जूझ रहा है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, चार विदेशी निवेशकों के साथ चल रहे मुकदमे के कारण हम एक असाधारण स्थिति से गुजर रहे हैं, पूरा इकोसिस्टम जबरदस्त दबाव से गुजर रहा है। इस बीच, बायजू ने अपने हजारों कर्मचारियों के वेतन में लगातार दूसरे महीने यह कहते हुए देरी की कि कुछ गुमराह विदेशी निवेशकों ने फरवरी के अंत में एक अंतरिम आदेश प्राप्त किया, जिसने राइट्स इश्यू के माध्यम से जुटाए गए धन के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया। कंपनी प्रबंधन ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा कि हमें आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि वेतन भुगतान में फिर से देरी होगी।