नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग के दो नये निर्वाचन आयुक्तों का चयन होना है. पिछले महीने अनूप चन्द्र पांडेय सेवानिवृत्ति हो गए थे और हाल ही में अरुण गोयल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिससे चुनाव आयुक्त के दो पद खाली हो गयें थे. अब इन पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाइ जा रही है. सूत्रों का मानना है कि इन पदों पर चयन के लिए चयन समिति की बैठक 14 मार्च को हो सकती है. ये बैठक पहले 15 मार्च को शाम 6 बजे होनी थी.
इस चयन समिति में प्रधानमंत्री समेत, एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं. सूत्रों के माने तो पांडेय की सेवानिवृत्ति के कारण रिक्त हुए पद को भरने के लिए 7 मार्च को बैठक होनी थी. सूत्रों का कहना है कि एक निर्वाचन आयुक्त के चयन के लिए बैठक का नोटिस पहले शनिवार दोपहर को भेजा गया था, जबकि गोयल के इस्तीफे की अधिसूचना शाम को जारी की गई. दो निर्वाचन आयुक्तों के चयन के लिए संशोधित नोटिस कानून मंत्रालय द्वारा सोमवार शाम को भेजा गया. एक निर्वाचन आयुक्त के चयन के लिए बैठक का नोटिस पहले शनिवार को दोपहर में भेजा गया था.
गोयल ने दिया था इस्तीफा
निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले ही गोयल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था और कानून मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करके इसकी घोषणा कर दी थी. अब दो चुनाव आयुक्त के इस्तीफों के बाद इस समय मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ही निर्वाचन आयोग में एकमात्र सदस्य रह गये हैं.
इससे पहले अशोक लवासा ने अगस्त 2020 में निर्वाचन आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा पिछले लोकसभा चुनावों में आचार संहिता उल्लंघन संबंधी निर्णयों पर असहमति जताई थी. कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति दोनों पदों के लिए पहले पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी. इस समिति में गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव शामिल होंगे. जिसके बाद चयन समिति जिसमें प्रधानमंत्री समेत, एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल रहेंगे. चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय किया जाएगा.