नई दिल्ली : आज पूरे देश भर में असत्य पर सत्य की जीत से जुड़ा दशहरा महापर्व मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म में इसे बेहद शुभ दिन माना गया है, यही कारण है कि इस दिन लोग तमाम तरह के शुभ कार्यों की शुरुआत और चीजों की खरीददारी करते हैं. दशहरे के दिन सुख-सौभाग्य को पाने के लिए जहां तमाम तरह की पूजा और उपाय बताए गये हैं तो वहीं दुख-दुर्भाग्य से बचने के लिए कुछेक नियम भी बनाए गये हैं.
दशहरे के दिन ही पंचक की शुरुआत हो रही है और चूंकि इस दिन मंगलवार है और इस दिन शुरु होने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है. इस दौरान लकड़ी और लकड़ी से बने सामान नहीं खरीदने चाहिए और न ही चारपाई खोलनी-बांधनी चाहिए. पंचक के दौरान घर की छत डालना तथा दक्षिण दिशा की ओर जाना भी मना होता है. पंचक में घर में कलर नहीं करवाना चाहिए.
दशहरे के दिन देवी पूजा के पारण और भगवान राम की पूजा के बाद बड़े-बुजुर्गो का आशीर्वाद लेने की परंपरा है. ऐसे में आज के दिन भूलकर भी आप किसी बुजुर्ग, स्त्री या कन्या का दिल न दुखाएं और न ही उनका अपमान करें. हिंदू मान्यता के अनुसार विजय के महापर्व पर यदि कोई व्यक्ति यह गलती करता है तो उसे पूरे साल दुख और दुर्भाग्य झेलना पड़ता है.
दशहरे के दिन शस्त्र पूजा का विधान है. हिंदू मान्यता के अनुसार आज के दिन शस्त्र और अस्त्र की पूजा करने पर पूरे साल व्यक्ति की सुरक्षा और सौभाग्य कायम रहता है लेकिन ऐसा करते समय जब कभी भी शस्त्र से खिलवाड़ न करें और उसकी सफाई भी बेहद सावधानी से करें अन्यथा आप चोटिल हो सकते हैं. साथ ही साथ आपको अन्य प्रकार की भी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं.
हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान राम सभी जीवों की रक्षा करने के लिए जाने जाते हैं. मान्यता है कि उनकी कृपा से सभी जीवों का पालन होता है. ऐसे में आज दशहरे के दिन किसी भी जीव की हत्या या फिर उसे परेशान करने की भूल बिल्कुल न करें. दशहरे के दिन भूलकर भी किसी पेड़ को नहीं काटना चाहिए, बल्कि इस दिन शमी के पौधे का विशेष रूप से पूजन करना चाहिए. इसी प्रकार इस दिन व्यक्ति तामसिक चीजों का सेवन न करतेहुए तमाम तरह के विवादों से दूरी बनाए रखना चाहिए.