बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से लापरवाही का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक प्राइमरी स्कूल का स्टाफ दूसरी क्लास में पढ़ने वाली मासूम बच्ची को बंद कर चला गया. इस स्कूल में 7 शिक्षक और एक चतुर्थ क्लास का कर्मचारी काम करता है. जब बच्ची समय पर घर नहीं पहुंची तो उसके माता-पिता ढूंढते हुए स्कूल पहुंचे तो उन्हें देखा कि स्कूल बंद है. फिर उन्होंने इधर-उधर से झांका तो उनकी नजर क्लास में बंद बच्ची पर पड़ी. वह अकेली सुबक-सुबक कर रो रही है.
बच्चे के माता-पिता ने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दी. स्कूल के सामने पुलिस को देख ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. स्कूल के हेड मास्टर व अन्य स्टाफ को गांव के प्रधान ने फोन कर बुलाया और बच्ची को बाहर निकाला. मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ शिक्षा विभाग को भेज दिया. इस घटना के बाद से बच्ची काफी डरी और सहमी हुई है.
इस मामले पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रेशमपाल का कहना है कि वह टाउन स्कूल में शिक्षक संघ के चुनाव के लिए आ गए थे. स्कूल में दूसरे शिक्षक थे। बच्ची पीछे की सीट पर सो गई होगी. जिसकी वजह से पता नहीं चल सका होगा.बीएसए ने लापरवाही में 7 शिक्षक और एक फोर्थ क्लास के कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है.
बता दें कि इससे पहले जुलाई में हाथरस और बलिया, अगस्त में मुरादाबाद और सितंबर महीने में ही संभल के स्कूलों में ऐसी ही घटनाएं हो चुकी हैं. वहीं बुलंदशहर के अन्य सरकारी स्कूल का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें शिक्षक के सामने क्लास में छात्राएं झाड़ू लगा रही हैं और शिक्षक आराम से कुर्सी पर बैठा है. इस मामले पर बीएस का कहना है कि यह वीडियो काफी पुरानाल है, लेकिन इसकी जांच कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.