मैनपुरी: यूपी के मैनपुरी में दबंगों से परेशान दंपति ने कलेक्ट्रेट परिसर में डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश की। गनीमत यही रही कि मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दंपति को ऐसा करते हुए देख लिया और उनके हाथ से डीजल छीन लिया। दूसरी ओर सूचना मिलने पर एसडीएम और तहसीलदार की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। साथ ही दंपति को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। दरअसल दंपति पिछले कई महीनों से सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे थे लेकिन सुनवाई नहीं हो पा रही थी।
ये मामला बुधवार दोपहर 1 बजे का है। कोतवाली क्षेत्र के नगरिया के रहने वाले 55 साल के अरवेंद्र यादव अपनी बीवी के साथ कलेक्ट्रट पहुंचे और डीएम कार्यालय परिसर में खुद को आग लगाने की कोशिश की। इसी दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे ऐसा करते हुए देख लिया और उसके हाथ से डीजल की कट्टी छीन ली। पीड़ित रोते हुए बताया कि परिवार के ही दबंग उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं और मकान बना रहे हैं। पीड़ित ने रोते हुए आरोप लगाया कि पिछले तीन महीने से वह अधिकारियों और पुलिस के चक्कर लगा रहा है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसके अलावा पुलिस उसे ही डांट फटकार कर भगा देती है।
एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
अरवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि शिवम ने जेसीबी मशीन से उसके खेत पर जाने का रास्ता बंद कर दिया। जिससे वह फसल भी नहीं उगा पा रहा है। आरोपी बीएसएफ से रिटायर हैं और उनके पास हथियार भी हैं। साथ ही शहर का ही अभिषेक मिश्रा नाम का युवक उन्हें बढ़ावा दे रहा है। पीड़ित ने बताया कि जब उसे भूखा मरना ही है तो वह वहां मरने की बजाय प्रशासन की चौखट पर जान देने आया है। वहीं, शोरगुल होने पर एसडीएम सदर अभिषेक कुमार ने पीड़ित दंपति और उनके साथ आए लोगों को बुलाया फिर उन्हें बंटवारे के बाद कब्जा की गई जमीन को वापस दिलाने का भरोसा दिया। वहीं एसडीएम और तहसीलदार मौके पर जांच करने भी गए।