नई दिल्ली : 9वें पी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा, दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद (Terrorism) दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है। करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को निशाना बनाया था । उस समय संसद का सत्र चल रहा था और आतंकवादियों की मंशा सांसदों को बंधक बनाने और उनको खत्म करने की थी ।
आतंकवाद जहां भी होता है, किसी भी कारण, किसी भी रूप में होता है वह मानवता के विरुद्ध होता है। ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को सख्ती बरतनी होगी… आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति न बन पाना बहुत दुखद है। आज भी यूएन इसका इंतजार कर रहा है। दुनिया के इसी रवैये का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं। दुनिया भर के प्रतिनिधियों को सोचना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ हम कैसे काम कर सकते हैं।
पीएम ने कहा भारत में हम लोग आम चुनाव को सबसे बड़ा पर्व मानते हैं… 1947 में आज़ादी मिलने के बाद से अब तक भारत में 17 आम चुनाव और 300 से अधिक विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव ही नहीं कराता, बल्कि इसमें लोगों की भागीदारी भी बढ़ रही है। देशवासियों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया है। 2019 का आम चुनाव मनाव इतिहास की सबसे बड़ी मानव कसरत थी। इसमें 60 करोड़ वोटर ने हिस्सा लिया। तब भारत में 91 करोड़ पंजीकृत मतदाता थे, जो पूरे यूरोप की कुल आबादी से अधिक है… यह दिखाता है कि भारत में लोगों का संसदीय प्रक्रियाओं में कितना भरोसा है।
मोदी ने कहा अगले साल भारत में फिर एक बार आम चुनाव होने जा रहा है… मैं पी20 शिखर सम्मेलन में आए आप सभी प्रतिनिधियों को अगले साल होने वाले आम चुनाव को देखने के लिए अग्रिम निमंत्रण देता हूं। भारत को आपकी फिर से मेज़बानी करने में बहुत खुशी होगी। उन्होंने कहा यह समिट एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है। आप सभी प्रतिनिधि अलग-अलग संसदीय कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना हम सभी के लिए बहुत सुखद है।