नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से नए वर्ल्ड ऑर्डर पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत के नौजवानों को बेटे-बेटियों को आज जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी को नसीब होता है। इसलिए हमें यह गंवाना नहीं है। युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है। युवा शक्ति में सामर्थ्य है। हमारी नीतियां एवं हमारी रीतियां भी उस युवा सामर्थ्य को बल देने के लिए है। आज मेरे युवाओं ने विश्व में पहले तीन स्टार्टअप ईकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है। दुनिया के युवाओं को भारत की इस ताकत को देखकर अचंभा हो रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि भारत का सामर्थ्य और विश्वास नई बुलंदियों को पार करने वाला हैं। आज देश को जी-20 समिट की मेहमाननवाजी का अवसर प्राप्त हुआ। जी-20 के देशभर के कोने में अलग-अलग आयोजन हुए हैं। इससे सामान्य मानवीय के सामर्थ्य का दुनिया के सामने परिचय हुआ है। भारत को जानने समझने की आवश्यकता बढ़ी है। भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा,’एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत रुकने वाला नहीं है। कोरोना काल के पश्चात् दुनिया नए सिरे से सोचने लगी है। मैं भरोसे के साथ देख रहा हूं कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने जो आकार लिया था, कोरोना के बाद ग्लोबल ऑर्डर, नया पॉलिटिकल इक्वेशन आगे बढ़ रहा है। इसके माध्यम से परिभाषाएं बदल रही हैं। बदलते हुए विश्व को आकार देने में 140 करोड़ भारतीयों का सामर्थ्य नजर आ रहा है। आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं। कोरोना में लोगों ने आपके सामर्थ्य को पहचाना है।’
सरकार की कामयाबियों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,’जब 13.5 करोड़ लोग निर्धनता से बाहर निकलते हैं, तो सोचिए कैसी-कैसी योजनाएं हमें मिली हैं। प्रधानमंत्री स्वानिधी योजना और आवास योजना से लाभ मिला है। आने वाले वक़्त में विश्वकर्मा जयंती पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए विश्वकर्मा योजना आरम्भ करेंगे।’