कानपुर: उत्तर प्रदेश से कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई कि एक ट्रेन को उड़ाने को प्लानिंग की गई थी। जानकारी के मुताबिक, कालिंदी एक्सप्रेस को कानपुर में उड़ाने की साजिश रची गई थी। गनीमत रही कि लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कानपुर जिले में बिल्हौर रेलवे स्टेशन के पास प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के चालक ने पटरी पर अज्ञात लोगों द्वारा रखा गया। रसोई गैस सिलिंडर देखकर आपातकालीन ब्रेक लगाया और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त हरीश चंद्र ने सोमवार को यहां बताया कि आठ और नौ सितंबर की दरमियानी रात को प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के चालक ने बिल्हौर रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पहले पटरी पर एक रसोई गैस सिलिंडर रखा देखा। उन्होंने कहा कि चालक ने सिलिंडर देखकर आपातकालीन ब्रेक लगा दिया, मगर ट्रेन की टक्कर सिलिंडर से हो गई और वह थोड़ी दूर जाकर रुक गयी तथा सिलिंडर भी उछलकर दूर जा गिरा।
20 मिनट तक घटनास्थल पर रुकी रही ट्रेन
अधिकारी ने कहा कि गनीमत रही कि सिलिंडर इंजन में फंसकर फटा नहीं, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। साथ ही अचानक आपातकालीन ब्रेक लगने से ट्रेन पटरी से उतर भी सकती थी। ट्रेन करीब 20 मिनट तक घटनास्थल पर रुकी रही और जांच के लिए इसे फिर से बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया। चंद्र ने बताया कि सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की।
RPF भी मामले की कर रहा जांच
मामले को सुलझाने में उनकी मदद के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) भी मामले की जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के पास क्षतिग्रस्त सिलिंडर के अलावा पेट्रोल से भरी बोतल और माचिस सहित कई संदेहास्पद चीजें भी बरामद की गई है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि उन लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्होंने ट्रेन को पटरी से उतारने के इरादे से गैस सिलिंडर और अन्य आपत्तिजनक सामग्री पटरियों पर रखी थी।