नई दिल्ली. उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) से आ रही एक अजीबोगरीब खबर के अनुसार, यहां हरदोई (Hardoi) जिले में जिस युवक का क्षत-विक्षत शव समझ परिजन शिनाख्त के बाद पोस्टमार्टम कराकर घर लाए। वहीं घर में अंतिम संस्कार की तैयारी भी जोरों पर थी। परिजन भी घर पर मातम मना रहे थे। तभी मृतक समझा गया युवक घर पहुंचकर बोला, मैं जिंदा हूं। युवक को जिंदा देख परिजन से लेकर सब हक्केबक्के रह गए। बाद में सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस दुसरे शव को वापस लेकर चली गई।
घटना के अनुसार, कोतवाली देहात की कांशीराम कालोनी निवासी संदीप (25) बीते सोमवार से लापता था। तब उसकी मां विद्यावती और भाई संतोष उसकी तलाश करनी शुरू की। इसी बीच बीते बुधवार को खबर आई कि आंझी-शाहाबाद रेलवे स्टेशन के पास किसी युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।
बस इसका पता होते ही संदीप का भाई संतोष पहले जीआरपी थाने पहुंचा, वहां से फिर वह आरपीएफ चौकी गया, आरपीएफ ने उसे शाहाबाद के आंझी भेज दिया था। जहां पर संतोष ने कपड़ों और हाथों की उंगलियों के जरिए शव की शिनाख्त अपने भाई संदीप के रूप में की थी। शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव संतोष के सुपुर्द भी कर दिया था।
वहीं संतोष जब शव लेकर घर पहुंचा। तो घर में परिजन मातम मना रहे थे। जहां एक तरफ अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी। लेकिन फिर इसी दौरान संदीप घर पहुंच गया। तब संदीप को सहीसलामत और जिंदा देख परिजनों की आंखों से खुशी के आंसू बहने लगे। परिजनों को संदीप ने बताया कि वह बघौली गया था। उधर मामले पर कोतवली पुलिस ने बताया कि शव किसी अज्ञात का युवक का था। इसीलिए शव को कब्जे में लेकर उसे दफना दिया गया है।