नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बहुत सारे लोगों की सहायता कर रहा है, लेकिन धीरे-धीरे यह उपयोगकर्ताओं की नौकरियों को भी छीनने का काम कर रहा है. वर्ल्ड इकॉनॉमिक फॉरम (World Economic Forum) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, AI और अन्य तकनीक बैंक टेलर, कैशियर और डेटा एंट्री क्लर्क जैसी नौकरियों को खतरे में भी डालने का काम भी कर सकती है. इन नौकरियों को अगले 5 वर्षों में अनुपलब्ध बना दिया जा सकता है. इस DATA का आधार सर्वेक्षण पर है जिसमें 803 कंपनियों का शामिल होने की योजना है जो बड़े DATA, क्लाउड कंप्यूटिंग और AI तकनीकों को अपनाने की योजना बनाने में लगे हुए है.
बैंकिंग पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर: जबसे ऑनलाइन बैंकिंग दुनिया में प्रसिद्ध हुआ है, तब से इसने कई शारीरिक बैंक शाखाओं पर बुरा प्रभाव डालने का काम भी कर रहा है क्योंकि अब वे कोई इस्तेमाल नहीं करते. इससे बैंकों के बंद होने की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, इससे बैंक टेलर और संबंधित क्लर्क जॉब खतरे में हैं और इसलिए, खबरों का कहना है कि इस दशक के अंत से पहले ऐसी नौकरियों में लगभग 40 फीसद की कमी देखी जा सकती है.
World Economic FORAM: Future of Jobs 2023 रिपोर्ट ने नोट किया है, ‘वेतन के अधिकतम नुकसान के दृष्टिकोण से, डेटा क्लर्क्स सबसे बुरे हालत का सामना कर रहे है, जिन्हें पांच वर्ष में 8 मिलियन नौकरियों को हानि पहुंचने का अनुमान भी लगाया जा रहा है, इसके उपरांत व्यवस्थापक और कार्यकारी सहायकों और लेखा, बुककीपिंग और पैट्रोल क्लर्क आते हैं. इन तीन व्यवसायों का एक साथ अधिकतम हानि कुल अपेक्षित नौकरियों का अधिकतम भाग से ज्यादा है.’
खबरों का कहना है ‘स्वयं चालित और इलेक्ट्रिक वाहन विशेषज्ञों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है जो 2023 के लिए सबसे डिमांड में नौकरियों की सूची में शीर्ष पर हैं, जिससे आगामी पांच वर्षों में 40% से अधिक वृद्धि की उम्मीद है. थोड़े देरी से AI और मशीन लर्निंग विशेषज्ञ भी कम नौकरी वृद्धि देख सकते हैं, जिसके उपरांत पर्यावरण संरक्षण विशेषज्ञों को इसी अवधि में लगभग 35% की वृद्धि का अनुमान भी लगाया जा रहा है.’