नई दिल्ली : देश में लाखों कंपनियां हैं, लेकिन उनमें से कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जिसकी तरक्की से भारतीय अर्थव्यवस्था को ताकत मिलती है. किसी भी देश की आर्थिक तरक्की में कॉरपोरेट का अहम योगदान होता है।
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती देखने को मिली है. इस तेजी में भारतीय उद्योग जगत का मजबूत सहयोग रहा है. बिजनेस में सुगमता की वजह से कारोबार फल-फूल रहे हैं. खासकर भारतीय इकोनॉमी में बैंकिंग सेक्टर और आईटी सेक्टर (IT Sector) में बदलाव का असर दिख रहा है. भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप भारतीय इकोनॉमी के आकार से बड़ा हो गया है।
शेयर बाजार में तेजी ये दर्शाता है कि भारतीय इकोनॉमी में मजबूती है. विदेशी निवेशको को भी भारतीय बाजार पसंद आ रहे हैं. पिछले 3 से 4 साल में यानी कोविड के बाद से भारतीय शेयर बाजार में जोरदार रिकवरी देखने को मिली है।
आइए जानते हैं कि भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड टॉप-10 कंपनियों के बारे में. इन कंपनियों में उतार-चढ़ाव का असर इकोनॉमी पर भी दिखता है. मार्केट कैप के हिसाब देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) है, जिसका मार्केट कैप सोमवार को 1982685.68 करोड़ रुपये है।
दूसरे नंबर में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है, TATA CONSULTANCY SERVICES LTD का मार्केट कैप 1400416.95 करोड़ रुपये है. तीसरे और चौथे नंबर पर HDFC Bank और ICICI Bank है. HDFC Bank का मार्केट कैप 1161415.70 करोड़ रुपये है, जबकि ICICI Bank का मार्केट कैप 814033.29 करोड़ रुपये है।
मौजूदा बाजार पूंजीकरण के हिसाब से टेलिकॉम कंपनी BHARTI AIRTEL लिमिटेड 5वें नंबर पर है, जिसका मार्केट कैप 755799.71 करोड़ रुपये है. इसके बाद छठे पायदान पर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI का नंबर आता है, इस बैंक का फिलहाल मार्केट कैप 737306.81 करोड़ रुपये है।
सातवें पायदान पर देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी LIC है, LIC का मार्केट कैप 619976.27 करोड़ रुपये है, जबकि आठवें नंबर पर इंफोसिस (INFOSYS) है, जिसका मार्केट कैप 595649.48 करोड़ रुपये है, 9वें पर 546830.80 करोड़ रुपये मार्केट कैप के साथ आईटीसी (ITC) है. जबकि 10वें पायदान पर हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) है, जिसका मार्केट कैप 523242.23 करोड़ रुपये है।