नई दिल्ली। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो आपकी लाइफस्टाइल से जुड़ी होती है और इससे बचना बहुत जरूरी होता है. अमेरिका के बोस्टन में टफट्स यूनिवर्सिटी के फ्रीडमैन स्कूल ऑफ न्यूट्रिशन साइंस एंड पॉलिसी के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी में दो ऐसे फूड्स के बारे में बताया है, जो डायबिटीज के होने का सबसे बड़ा कारण होते हैं. इस स्टडी में बताया गया है कि दुनिया भर में आपकी खान-पान की आदतें 70% तक नए मामलों के लिए जिम्मेदार होती हैं. इसलिए, आपको सही खानपान के साथ अपनी लाइफस्टाइल को बदलना बहुत जरूरी होता है ताकि आप डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी से बच सकें.
बोस्टन के टफट्स यूनिवर्सिटी के फ्रीडमैन स्कूल ऑफ न्यूट्रिशन साइंस एंड पॉलिसी के शोधकर्ताओं के अनुसार, दुनिया भर में डायबिटीज बढ़ने की मुख्य वजह दो खाद्य पदार्थ हैं. इनमें से पहला रिफाइंड चावल और गेहूं है जिसके साथ साबुत अनाज न खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है. शोधकर्ताओं ने कहा कि इस स्टडी में कार्ब की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यह मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी एशिया जैसे प्रदेशों में डायबिटीज के बढ़ने के पीछे खराब कार्ब की गुणवत्ता भी हो सकती है.
स्टडी में बताया गया है कि डायबिटीज की 60 फीसदी तक बढ़ाने का काम रिफाइन्ड राइस, गेहूं, प्रोसेस्ड मीट, अनप्रोसेस्ड रेड मीट, शुगर ड्रिंक्स, आलू, फ्रूट जूस जैसी चीजों से की जाती है. इसके बाद उन्होंने बताया कि डाइट में साबुत अनाज, दही, फल, नॉन स्टार्च वेजिटेबल, नट्स और सीड्स जैसी चीजों की कमी भी 39.2 फीसदी डायबिटीज के मामलों की वजह होती है.
सोडा, पेय पदार्थ, बेक फूड्स और रिफाइन्ड फूड्स का सेवन जल्दी से पच जाता है और ये फूड्स अन्य फूड्स की तुलना में अधिक समय तक पाचन में लगते हैं, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है. डायबिटीज वालों को इन तरह के फूड्स का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है. अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, साबुत अनाज, अनप्रोसेस्ड नॉन स्टार्च सब्जी, खीरा, ब्रोकोली, टमाटर, हरी फलियां आदि में बहुत अधिक फाइबर और कम कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जिससे ब्लड शुगर पर कम असर पड़ता है.