मुंबई : डायबिटीज एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है। यह एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसमें पीड़ित का अग्नाशय सही तरह काम नहीं कर पाता है। इससे पीड़ित का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जिससे उसे थकान, कमजोरी, गला सूखना, त्वचा का सूखना, प्यास ज्यादा लगना, ज्यादा पेशाब आना और किसी हल्की चोट का जल्दी ठीक नहीं होना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
जब डायबिटीज की बात होती है, तो आपने दो वर्ड्स के बारे में जरूर सुना होगा, पहला है इंसुलिन और दूसरा है ग्लूकोज। इनके अलावा आपने ब्लड शुगर, अग्न्याशय, इंसुलिन रेसिस्टेंट, फास्टिंग शुगर, आफ्टर मील शुगर जैसे शब्द भी सुने होंगे। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि डायबिटीज की बीमारी के मामले में इन वर्ड्स का क्या मतलब है, खासकर आपको इंसुलिन और ग्लूकोज के बारे में जरूर पता होना चाहिए।
इंसुलिन अग्न्याशय द्वारा निर्मित एक हार्मोन है जो मानव शरीर में कई जरूरी काम करता है। बात डायबिटीज के बारे में करते हैं। यह हार्मोन शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। जब किसी वजह से अग्न्याशय इस हार्मोन को कम बनाता है या नहीं बनाता है, तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल अनकंट्रोल हो जाता है, जिससे डायबिटीज की बीमारी जन्म लेती है।