नई दिल्ली: दिल्ली का मेयर चुनने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन की तीसरी बैठक सोमवार को बुलाई गई है। निगम चुनाव के बाद मेयर का चुनाव कराने के लिए पहले भी दो बार सदन की बैठक बुलाई गईं, लेकिन हंगामे के चलते दोनों बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। अब तीसरी बैठक से पहले भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने एक-दूसरे पर हंगामे का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चाहते हैं, इस बार मेयर चुनाव बिना किसी हंगामे के हो। दिल्ली नगर निगम अधिनियम 1957 के तहत मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नगर निकाय सदन की पहली बैठक में ही हो जाना चाहिए। चुनाव खत्म हुए करीब दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक दिल्ली को नया मेयर नहीं मिला है। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की है। एमसीडी सदन की पहली बैठक 6 जनवरी और दूसरी बैठक 24 जनवरी को बुलाई गई थीं। पहली बैठक में हंगामे के चलते पार्षदों का शपथ तक नहीं हो पाया। दूसरी बैठक में शपथ ग्रहण पूरा होते ही महापौर चुनाव से पहले फिर हंगामा हो गया।
तीसरी बैठक की कार्यवाही को लेकर जो कार्यसूची जारी की गई है उसके मुताबिक सोमवार को सदन में सबसे पहले मेयर का चुनाव होगा। एल्डरमैन के मतदान पर की मांग मेयर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने एमसीडी पीठासीन अधिकारी को पत्र लिखकर नामित पार्षद (एल्डरमैन) को चुनाव में मतदान करने पर रोक लगाने की मांग की। पार्षदों ने कहा कि ना सिर्फ महापौर, बल्कि उपमहापौर और स्थायी समिति सदस्यों के चुनाव में भी इन्हें वोट डालने का अधिकार ना मिले। ‘आप’ पार्षदों ने पत्र में भारत के संविधान के अनुच्छेद 243आर का हवाले देते हुए रोक लगाने की मांग की है। इसके अनुसार दिल्ली नगर निगम अधिनियम-1957 की धारा 3(बी)(1) के प्रावधान में भी कहा गया है कि नामित पार्षद (एल्डरमैन) को तीनों चुनावों में मतदान का अधिकार नहीं है।
‘आप’ से शैली और भाजपा की रेखा आमने-सामने
दिल्ली में 250 पार्षद हैं। आम आदमी पार्टी 134 पार्षदों के साथ जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत के साथ आई है। आंकड़े बताते हैं कि आम आदमी पार्टी का महापौर उम्मीदवार ही जीत हासिल करेगा। वहीं, दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा ने 104 पार्षद के साथ जीतकर आई है। आप का आरोप है कि हार के डर से भाजपा पहली दो बैठकों में चुनाव नहीं होने देना चाहती है। भाजपा ने महापौर पद के लिए रेखा गुप्ता को अपना प्रत्याशी बनाया है। ‘आप’ की ओर से शैली ओबरॉय महापौर पद की दौड़ में हैं। उपमहापौर के लिए आप और भाजपा ने क्रमश आले मोहम्मद इकबाल और कमल बागरी को मैदान में उतारा है।