लखनऊ: वास्तु शास्त्र और वैदिक ज्योतिष के अनुसार प्रकृति प्रदत्त कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जिन्हें घर के लिए शुभ माना जाता है। साथ ही इसके विशेष उपाय घर की सुख-समृद्धि में वृद्धि करते है। हिंदू धर्म में वैसे तो प्रकृत्ति से जुड़ी तकरीबन हर चीज का खास महत्व है। लेकिन वहीं कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें अत्यंत विशेष माना जाता है। पेड़ पौधों से लेकर उनके तने, जड़ ,पत्ति सहित फलों को तक इनमें समाहित किया गया है। ऐसा ही एक विशेष है गुडहल, दरअसल जानकारों के अनुसार वृक्षों और फूलों का सनातन संस्कृति में विशेष महत्व है।
सनातन संस्कृति में जहां हर देवता के लिए कोई न कोई एक फूल विशेष माना जाता है, वहीं यह भी माना जाता है कि पूजा के दौरान देवी-देवताओं को फूल अर्पित करने से जातक के जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती है। ऐसा ही एक गुड़हल का फूल भी है। जिसका उपयोग पूजा में किया जाता है।
मान्यता है कि इस फूल को पूजा के दौरान चढ़ाने से घर में हमेशा खुशियों का माहौल बना रहता है। वैदिक ज्योतिष सहित वास्तु शास्त्र के अनुसार भी गुड़हल फूल को घर के लिए शुभ माना जाता है। वहीं माना जाता है कि इससे जुड़े विशेष उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
देवी दूर्गा को अर्पित करें यह फूल
देवी दुर्गा की पूजा में गुड़हल के फूल का अति विशेष महत्व माना गया है। इनकी पूजा में मुख्य रूप से लाल कपड़ा, लाल गुड़हल का फूल, लाल चंदन को विशेष माना जाता है। माना जाता है कि देवी मां को लाल गुड़हल फूल अर्पित करने से जीवन में चमत्कारी परिणाम देखने को मिलते हैं। शुक्रवार के दिन पांच गुड़हल के फूल भगवान गणेश और देवी दुर्गा को अर्पित करें। पूजा के पश्चात इनमें से एक फूल को तिजोरी में रख दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जातक को कभी धन की कमी नहीं होगी। यहां ये भी ध्यान रखें कि हर शुक्रवार को फूल बदल दें। और पुराने फूल को पूर्ण श्रृद्धा के साथ किसी बहती स्वच्छ जल की धार में प्रवाहित कर दें।
माता लक्ष्मी को चढ़ाएं यह फूल
देवी लक्ष्मी को 11 शुक्रवार तक गुड़हल का फूल अर्पित करने के संबंध में माना जाता है कि ऐसा करने से विवाह में आ रही समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही जो शादीशुदा हैं इस उपाय से उनका वैवाहिक जीवन हमेशा सुखी बना रखेगा।
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय फूल
सूर्य को जल अर्पित करते समय गुड़हल फूल के साथ एक चुटकी कुमकुम भी चढ़ाना चाहिए। मान्यता के अनुसार यदि कोई जातक नियमित रूप से सूर्य देव को जल चढ़ाता है, तो उसके जीवन की सभी बाधा दूर हो जाती है। साथ ही इससे आर्थिक स्थिति में भी सुधार आने के अलावा जातक को जीवन में हमेशा सफलता प्राप्त होती है।