HMPV Virus: दुनियाभर में खतरनाक वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस यानि HMPV वायरस का खतरा सता रहा है तो वहीं इस वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे है। इन मामलों में सबसे ज्यादा बच्चे है यानि इनमें सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा हो रहा है। छोटे बच्चों में इस वायरस के फैलने की क्षमता तेज होती है ये वायरस कुछ बच्चों में निमोनिया भी कर सकता है। ऐसे में उनको अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है। चलिए जानते है बच्चों को कैसे प्रभावित कर रहा है ये वायरस…
एम्स के हेल्थ एक्सपर्ट ने दी जानकारी
आपको बताते चलें कि, एचएमपीवी वायरस को लेकर एम्स के हेल्थ एक्सपर्ट ने जानकारी दी है। इसमें बताया कि, इस वायरस में सबसे ज्यादा 5 साल से कम उम्र के बच्चे संक्रमित हो रहे है इसका कारण यह कि, इस उम्र के बच्चों में इम्यूनिटी लेवल कम होता है जो जल्द ही वायरस को चपेट में ले लेता है।ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) एक वायरस है जिसके लक्षण खांसी-जुकाम जैसे होते हैं, हालांकि ये वायरस कभी-कभी निमोनिया का कारण बनता है।
ये कुछ मामलों में बच्चों में होने वाली आम बीमारी आरएसवी इंफेक्शन जैसा ही होता है। इस वायरस के बच्चों में फैलने से सांस लेने में दिक्कत के साथ ही कुछ मामलों में लंग्स को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। यह सभी बच्चों में नहीं फैलता है बल्कि कुछ बच्चों में फैलता है।
कैसे फैलता है बच्चों में वायरस
यहां पर बच्चों में इस वायरस के खतरे की बात की जाए तो, छोटे बच्चों में इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से यह फैलता है इसमें एचएमपीवी एक रेस्पिरेटरी वायरस है तो यह हवा के जरिए बच्चों के फेफड़ों में जाता है और उनको आसानी से संक्रमित कर देता है। यहां पर इस वायरस की बात की जाए तो, यह ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस आरएसवी और कोविड जैसे लक्षण दिखाता है इस वजह से इसका बच्चों में फैलने का खतरा ज्यादा होता है। वैसे इसके इलाज के बाद ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है। अधिकतर मामलों में बच्चे कुछ दिन में ठीक हो जाते हैं।
वायरस से बच्चों की देखभाल कैसे करें
इस खतरनाक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को बच्चों में फैलने से बचाने के लिए हमें इस तरीके से देखभाल करना चाहिए।
बच्चों को सलाह दें कि वह नियमित रूप से हाथों की सफाई करें
अपने बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं
संक्रमित इलाकों की यात्रा से बचें
खानपान का ध्यान रखें