‘आतंकवाद को पनाह देने वालों का यही हाल होता है..’, पाकिस्तान की दयनीय हालत पर बोले जयशंकर

0 124

पुणे: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर पाकिस्तान पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जो बदहाली के हालात हैं, उसके लिए पड़ोसी मुल्क खुद जिम्मेदार है. जयशंकर ने आगे कहा कि आतंक को पनाह दोगे, तो मुश्किल होगी ही. विदेश मंत्रालय द्वारा पुणे में आयोजित किए गए एशिया आर्थिक संवाद में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि कोई भी देश कभी भी मुश्किल हालात से बाहर नहीं निकल सकता और एक समृद्ध शक्ति नहीं बन सकता, यदि उसका मूल उद्योग आतंकवाद है.

उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद भारत-पाकिस्तान रिश्तों का मूलभूत मुद्दा है, जिससे कोई बच नहीं सकता है और हम मूलभूत समस्याओं को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि एक देश को अपने आर्थिक मुद्दों का निराकरण करना होता है, उसी प्रकार उसे अपने राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों का भी हल खोजना होता है. वहीं, उन्होंने पाकिस्तान को मदद करने के सवाल पर कहा कि वह कोई बड़ा फैसला लेते वक़्त स्थानीय जनभावना का ख्याल रखेंगे.

विदेश मंत्री ने कहा कि एक बार जब कोई देश गंभीर आर्थिक समस्या की चपेट में होता है, तो उसे इससे बाहर निकलने के लिए नीतिगत विकल्प तलाशने पड़ते हैं. जिस प्रकार एक देश को अपने आर्थिक मुद्दों को हल करना होता है, उसी प्रकार एक देश को अपने राजनीतिक मुद्दों को भी दुरुस्त करना होता है. एक देश को अपने सामाजिक मुद्दों को भी हल करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि कोई भी देश कभी भी मुश्किल परिस्थिति से बाहर नहीं निकलेगा और समृद्ध शक्ति नहीं बनेगा, अगर उसका मूल उद्योग ही आतंकवाद हो.

जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के संबंधों में कौन सी मूलभूत समस्याएं हैं, ये सबको पता है. उन्होंने कहा कि वास्तविक मुद्दा आतंकवाद का है. भारत इस मुद्दे को कैसे अनदेखा कर सकता है. पाकिस्तान को मदद करने से पहले मुझे ये समझना होगा कि मेरे देशवासी पाकिस्तान की सहायता करने को लेकर क्या सोचते हैं. इससे अधिक मुझे कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि देश के लोगों का जवाब तो आपको पता ही है.

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.