मुंबई। डायबिटीज (diabetes) आज के समय में भारत के साथ दुनियाभर में गंभीर बीमारी बनी हुई है. डायबिटीज के सभी मामलों में ब्लड स्ट्रीम में शुगर बनने लगती है क्योंकि अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन (insulin) का उत्पादन नहीं करता. डायबिटीज मुख्य दो प्रकार की होती है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज. दोनों में टाइप टू डायबिटीज के सबसे अधिक मरीज हैं. हाल ही में एक कुछ एक्सपर्ट ने बताया है कि डायबिटीज के सामान्य लक्षण आंखों में भी नजर आ सकते हैं.
TheMirror के मुताबिक, यदि आपको धुंधला दिखाई देता है, अगर सही से दिखाई नहीं देता तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं. डायबिटीज मेलेटस या केवल डायबिटीज के कारण व्यक्ति का ब्लड शुगर स्तर बहुत अधिक हो जाता है. इंसुलिन रक्त से ग्लूकोज को बाहर और कोशिकाओं में ले जाने के लिए जिम्मेदार हार्मोन है और डायबिटीज से पीड़ित लोग या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होते हैं या उसके प्रति प्रतिरोधी होते हैं. डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर का हाई लेवल आपकी साफ दिखाई देने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपकी आंख के अंदर के लेंस में सूजन या रिसाव हो सकता है जिससे धुंधलापन आ सकता है.
यह बहुत कम ब्लड शुगर के लेवल के कारण हो सकता है. लेकिन जैसे ही शुगर का लेवल स्थिर हो जाता है या सामान्य रेंज पर लौट आता है तो नजर सामान्य हो जानी चाहिए. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, ऐसी ही एक समस्या डायबिटिक रेटिनोपैथी है जो अब कामकाजी उम्र के वयस्कों में अंधेपन का प्रमुख कारण है.यदि आपको अचानक धुंधला दिखने लगता है तो आपको जल्द से जल्द अपनी आंखों की जांच कराने के लिए डॉक्टर से अपॉइंटमेंट बुक कर लेना चाहिए. लेकिन इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है. कम दिखना मोतियाबिंद, माइग्रेन और उम्र से संबंधित आंखों की समस्या का कारण भी हो सकता है.