नई दिल्ली : अगर आपको बार-बार किडनी में पथरी की समस्या हो रही है, तो आपको खाने-पीने में कुछ खास सावधानी बरतनी चाहिए। पहले डॉक्टर को दिखाएं ताकि खून और पेशाब की जांच करके ये पता लगाया जा सके कि आपको किन चीजों से ज्यादा खतरा है। नतीजों के आधार पर फिर वो आपको बताएंगे कि आपको किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए और कौन सी दवाइयां लेनी चाहिए ताकि दोबारा पथरी ना बने।
किडनी स्टोन पेशाब में बनने वाले क्रिस्टल से बनने वाला एक कठोर पदार्थ होता है। आमतौर पर पाए जाने वाले किडनी स्टोन में कैल्शियम स्टोन सबसे ज्यादा होते हैं, इसके बाद यूरिक एसिड स्टोन आते हैं।
किडनी की पथरी निकालने के लिए क्या करें? ऐसा माना जाता है कि छोटी पथरी खूब सारा पानी पीने से निकल जाती है। लेकिन अगर कई पथरी हैं या बड़ी हैं, तो आपको खाने-पीने का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। नेशनल किडनी फाउंडेशन (NKF) के अनुसार, आपको किडनी को निकालने के लिए दवाओं के साथ-साथ नीचे बताए उपाय आजमाने चाहिए।
इसमें पानी, कॉफी और नींबू पानी जैसे किसी भी प्रकार के तरल पदार्थ शामिल हैं जिनका अंगूर के रस और सोडा को छोड़कर लाभकारी प्रभाव देखा गया है। इससे पेशाब का गाढ़पण दूर होगा। दिन में कम से कम 2.5L तरल पदार्थ लेने से अच्छी मात्रा में पेशाब आएगा, जो पथरी निकाल सकता है।
अगर आपकी किडनी में पथरी है, तो आपको पालक, कई जामुन, चॉकलेट, गेहूं की भूसी, मेवे, चुकंदर, चाय और रूबर्ब को अपने खाने से पूरी तरह से हटा देना चाहिए क्योंकि इनमें ऑक्सालेट की अधिक मात्रा होती है, जो पथरी बनाता है।
ज्यादा कैल्शियम के सेवन को पथरी बनने से जोड़ा गया है। अगर आपको पथरी है, तो आपको कैल्शियम सप्लीमेंट के सेवन से बचना चाहिए। कैल्शियम की खुराक आपके चिकित्सक और पंजीकृत किडनी आहार विशेषज्ञ द्वारा वैयक्तिकृत की जानी चाहिए
हाई प्रोटीन के सेवन से किडनी अधिक कैल्शियम उत्सर्जित कार्नेगी जिससे गुर्दे में अधिक पथरी बन सकती है। इसके अलावा अधिक सोडियम के सेवन से मूत्र में कैल्शियम बढ़ जाता है जिससे पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। बीपी कंट्रोल करने के लिए भी कम नमक वाला आहार जरूरी है।
आपको दैनिक आधार पर प्रतिदिन 60 मिलीग्राम विटामिन सी लेने की सलाह दी जाती है। प्रति दिन 1000 मिलीग्राम या उससे अधिक की अतिरिक्त मात्रा शरीर में अधिक ऑक्सालेट का उत्पादन कर सकती है, जिससे पथरी बन सकती है।