पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। दरअसल आईएसएफ का दावा है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में हमारी रैली के दौरान हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में झड़प होने लगी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस पूरे मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। आईएसएफ के कार्यकर्ता टीएमसी के नेता अरबुल इस्लाम की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
जिस तरह से दोनों ही गुटों के बीच झड़प हुई उसके बाद ट्रैफिक जाम हो गया था, जिसकी वजह से पुलिस ने इन लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। आईएसएफ के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इन लोगों ने पहले पुलिस पर लाठीचार्ज किया था। जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही आईएसएफ के नेता और विधायक नौशाद सिद्दीकी को भी हिरासत में लिया गया है।
गौर करने वाली बात है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले 21 जनवरी को पीरजादा सिद्दीकी ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट का गठन किया था। पार्टी के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान ही टीएमसी के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई। इससे पहले शनिवार को टीएमसी और आईएसएफ के कार्यकर्ताओं के बीच दक्षिण 24 परगना के भांगर क्षेत्र में झड़प हुई थी। इस दौरान आईएसएफ के कार्यकर्ताओँ ने टीएमसी के कार्यालय में कथित तौर पर आग लगा दी थी।