काशी को संवारने के लिए 4460.17 लाख रुपये की योजनाएं पूरी कर दिव्य एवं भव्य रूप दिया जा रहा है-जयवीर सिंह
लखनऊ: पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रासाद स्कीम में अंतर्गत वाराणसी के घाटों की फसाड लाईटिंग, गौदोलिया चौक से दशाष्वमेघ घाट-स्ट्रीट पेडेस्ट्रिनाइजेशन एण्ड फुटपाथ का निर्माण, महिसासुर मर्दनी घाट पर टायलेट एवं रोड इम्प्रूवमेन्ट, पंचकोशी परिक्रमा मार्ग का विकास (पिलग्रिम फैसिलिटेशन सेन्टर, रामेश्वर, रोड डेवलेपमेन्ट एवं साईनेज), फसाड डेवलेपमेन्ट-इल्यूमिनेशन ऑफ काशी विश्वनाथ टेम्पल के कार्य हेतु रु0 4460.17 लाख की योजना के अंतर्गत कार्य कराया गया है। उक्त कार्य से पर्यटकों, श्रद्धालुओं को बेहतर पर्यटन अनुभव प्राप्त हो रहे है तथा स्थानीय लोगों हेतु रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, जिससे उनका आर्थिक उन्नयन भी हो रहा है।
यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने देते हुए बताया कि वाराणसी सदियों से भारत की सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। यही कारण है कि वाराणसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जानी जाती है। उन्होंने बताया कि वाराणसी में विभिन्न कार्य कराये गये हैं, जिसके कारण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के वाराणसी आगमन में काफी वृद्धि हुई है। मा0 प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण इस स्थान का और भी महत्व बढ़ गया है।