नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज गुरूवार को 19वां दिन है। सदन में गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर वाले बयान पर हंगामा हो सकता है। बीते दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में अंबेडकर के अपमान को लेकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सदन में जय भीम और माफी मांगो के नारे लगाए। कांग्रेस और विपक्ष के अन्य सांसदों का आरोप है कि गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान किया है।
इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। इस पर राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के नेता अमित शाह के बयान की सिर्फ 10-12 सेकेंड की वीडियो क्लिप दिखाकर देश को गुमराह कर रहे और विवाद खड़ा कर रहे हैं।
अमित शाह ने क्या कहा था?
दरअसल, मंगलवार को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था, ‘अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने अमित शाह के इस बयान को अंबेडकर का अपमान बताते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की है। राज्यसभा में अंबेडकर को लेकर दिए बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि जब साबित हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है, आरक्षण विरोधी है, संविधान विरोधी है, तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ना-मरोड़ना शुरू कर दिया।
खड़गे ने की बर्खास्त करने की मांग
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के पापों और बातों का बचाव करते हैं। बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अंबेडकर के अपमान को लेकर हंगामा हुआ। गृहमंत्री के बयान के खिलाफ कांग्रेस सांसदों ने संसद के गेट पर प्रदर्शन किया। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी इसमें शामिल हुए।