प्रयागराज: इस बार के महाकुम्भ 2025 से पूर्व ढांचागत विकास को गति देने के प्रयासों के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 13 दिसंबर को प्रयागराज पहुंच रहें हैं और 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। वहीं इनमें 10 नए फ्लाईओवर, पक्के घाट, गंगा नदी पर बना नया रेलवे पुल आदि शामिल हैं।
इस बाबत प्रेस सूचना कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री आज यानी शुक्रवार 13 दिसंबर दोपहर करीब 12:15 बजे संगम स्थल पर पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे। इसके बाद वह अक्षय वट वृक्ष स्थल पर पूजा करेंगे और फिर हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा करेंगे। जानकारी दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार 13 दिसंबर को जब संगम पर पहुंचेंगे, तब तक अमृत काल लग चुका होगा। वहीं अमृत काल के इस सिद्धि योग में वह मानवता की अमूर्त धरोहर के तौर पर विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में महाकुंभ की सफलता के लिए कुंभ कलश का पूजन ही करेंगे।
इस कास पूजन में उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जेटी पर मौजूद रहेंगे। कहा जा रहा है कि, काली मछली निशान वाले तीर्थ पुरोहित पं। दीपू मिश्रा के आचार्यत्व में वे सात वैदिक आचार्य पूजा कराएंगे। अमृत कलश की पूजा के लिए तैयार की गई भव्य जेटी पर मंत्रोच्चार के साथ पहले आज गौरी-गणेश का पूजन होगा।
जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर करीब 1:30 बजे महाकुम्भ प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण करेंगे और इसके बाद दोपहर करीब दो बजे प्रयागराज में 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुरुआत करेंगे। स्वच्छ और निर्मल गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री गंगा नदी की ओर जाने वाले छोटे नालों को रोकने, टैप करने, मोड़ने और ट्रीटमेंट की परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
इसके साथ ही वह पेयजल और बिजली से संबंधित विभिन्न ढांचागत परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री अपनी प्रयागराज यात्रा में भारद्वाज आश्रम गलियारा, श्रृंगवेरपुर धाम गलियारा, अक्षयवट गलियारा और हनुमान मंदिर गलियारा का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं की इन स्थानों पर पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री कुम्भ ‘सहायक’ चैटबॉट का भी शुभारंभ करेंगे। यह चैटबॉट महाकुम्भ मेला 2025 के बारे में श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और कार्यक्रमों की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा।