कोलकाता: जहां एक तरफ डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में कोलकाता ही नहीं बल्कि पूरे देश में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। कई शहरों के डॉक्टर इस घटना को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। वहीं अब आज यानी बुधवार 21 अगस्त को पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली और पत्नी डोना कोलकाता में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन में और एक मार्च में शामिल होंगे। इसके साथ ही आज कोलकाता हाईकोर्ट में आरजी कर अस्पताल में 14 अगस्त को हुई हिंसा पर सुनवाई होगी।
बता दें कि बीते मंगलवार को टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव ने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’पर अपनी प्रोफाइल फोटो को ही हटा दिया था। उन्होंने अपने अकाउंट के प्रोफाइल फोटो से अपनी फोटो को हटाकर इसे अब पूरा ब्लैक कर दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा था कि ‘न्यू प्रोफाइल पिक’। हालांकि पूर्व कप्तान ने इसके अलावा और कुछ भी नहीं लिखा था, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने यह प्रोफाइल फोटो कोलकाता केस के विरोध में ही बदली है।
गौरतलब है कि सौरव गांगुली ने हाल ही में कोलकाता केस पर एक बयान दिया था, जिस पर भयंकर विवाद हुआ था। इस विवाद पर पूर्व कप्तान को सामने आकर अपनी सफाई पेश करनी पड़ी थी। दरअसल सौरव गांगुली ने बीते हफ्ते इस घटना की निंदा की थी। उन्होंने एक बयान में तब कहा था कि, “एक बेटी का पिता होने के नाते मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। ऐसे कभी-कभार होने वाली घटना से पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना सही नहीं होगा, क्योंकि यह सिर्फ एक ही घटना है।”
जानकारी दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जिस प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मौत का प्रमुख कारण “हाथ से गला घोंटना” था। बीते 9 अगस्त की शाम को किए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि महिला डॉक्टर के शरीर पर 16 बाहरी और नौ आंतरिक चोट के निशान थे।
इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि उसके जननांग में जबरदस्ती ‘पेनिट्रेशन’ के चिकित्सकीय साक्ष्य हैं – जोकि यौन उत्पीड़न की आशंका को दर्शाता है। इसमें कहा गया है कि महिला डॉक्टर की 16 बाहरी चोटों में से उसके गालों, होठों, नाक, गर्दन, बांहों और घुटनों पर खरोंच के निशान शामिल हैं। उसके निजी अंगों पर भी चोटें थीं। जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी चोट डॉक्टर की मौत से पहले की थीं, तथा इसमें नौ आंतरिक घावों का भी उल्लेख किया गया है, जिनमें सिर की मांसपेशियों, गर्दन और शरीर के अन्य भागों में हुए घाव भी शामिल हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत के पीछे कई लोग शामिल हैं, जिसका शव नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। इस मामले की जांच शुरू में कोलकाता पुलिस ने की थी, जिसे बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया गया था।