नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को ले जा रही बस एक ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी की बाउंड्री वाल को तोड़ते हुए दुकान में जा घुसी। इस हादसे में एक दुकानदार की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान नेपाली मूल के दीपक (30) के रूप में हुई है, जबकि उसके छोटे भाई सुशील (18) को दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौके पर मौजूद लोगों ने दावा किया कि मोमो स्टॉल पर काम करने वाले एक और व्यक्ति को इस घटना में चोटें आई हैं। बस सोसायटी की बाउंड्री वॉल से टकराने के बाद करीब पांच मीटर अंदर घुस गई थी और सोसायटी के एक छोटे टावर से मुश्किल से 10-15 मीटर की दूरी पर थी और हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की आंतरिक परिधीय सड़क पर लंबवत रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कि सेक्टर 113 पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत सेक्टर 118 में श्री राम अपार्टमेंट के बगल वाली सड़क पर शाम 6.54 बजे जब यह घटना हुई, तब बस में करीब 20-25 यात्री सवार थे। पुलिस उपायुक्त (नोएडा) विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि एक व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है, जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। शुरूआती जानकारी के मुताबिक, बस एक निजी टूर एंड ट्रैवल्स कंपनी के साथ पंजीकृत है और कुछ यात्रियों को ले जा रही थी। मिश्रा ने कहा कि जाहिर तौर पर ड्राइवर सड़क पर एक मोड़ को पार नहीं कर सका और इसके बजाय बस को सोसायटी की बाउंड्री वॉल में घुसा दिया। यह सब कैसे हुआ? ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा। मामले की जांच की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस सेक्टर 74/75 की तरफ से सेक्टर 122 की ओर जा रही थी और सोसायटी के सामने सड़क के मोड़ पर ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। दीपक के काम करने वाले फास्ट फूड स्टॉल के मालिक भगत सिंह ने बताया कि घटना के समय वह मौके पर थे। श्री राम अपार्टमेंट में रहने वाले सिंह ने दावा किया, “बस बहुत तेज गति से चल रही थी। मैंने बस चालक को पकड़ लिया, लेकिन मैं अकेला था और मुझे किसी और का साथ नहीं मिला, इसलिए वह भाग गया। जब मैंने उसे पकड़ा तो वह नशे में था।” सिंह ने कहा, “मैंने चार महीने पहले यह मोमो स्टॉल लगाया था। दीपक और सुशील पास के सोरखा गांव में रहते थे। पवन भी दुर्घटना में घायल हो गया। तीनों नेपाल के रहने वाले थे।” इस बीच, पुलिस ने रात करीब 8.45 बजे सड़क पर यातायात को डायवर्ट कर दिया और बस को हटाने के लिए क्रेन बुलाई गई।