नई दिल्ली: अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की कथित तौर पर हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने वाले आफताब पूनावाला के माता-पिता को लेकर पीड़िता के पिता विकास वाकर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता के पिता ने सोमवार को कहा कि आफताब के परिजनों को कहीं छिपा दिया गया है. उनको हत्या के मामले में उजागर किया जाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पीड़िता के पिता विकास वाकर ने कहा है कि आफताब के माता-पिता को अभी तक उजागर नहीं किया गया है. मुझे लगता है कि वे कहीं छिपे हुए हैं. वे कहां हैं? मैं उनको उजागर करने की अपील करता हूं. विकास वाकर ने कहा कि हम श्रद्धा का अंतिम संस्कार करना चाहते हैं और उसके शरीर के अंगों के लिए अपील करते हैं.
पीड़िता के पिता विकास ने आफताब के लिए मौत की सजा की मांग को दोहराया है. उन्होंने कहा कि उसको मौत की सजा (Death Penalty) दी जानी चाहिए. वह दोषी है. उसने ही पूरी योजना के साथ यह अपराध किया है. उन्होंने कहा कि श्रद्धा को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए अपने वकील से मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलवाने की अपील करने को कहा है.
इस बीच देखा जाए तो विकास वाकर ने मार्च में कहा था कि मई में उनकी बेटी की हत्या को एक साल हो जाएगा. लेकिन वह अभी तक उसका अंतिम संस्कार नहीं कर पाए हैं. बेटी की हत्या को एक साल होने को आया है और वह उसका अंतिम संस्कार तक नहीं कर पाये हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी को मौत की सजा दिए जाने के बाद ही मैं बेटी का अंतिम संस्कार करूंगा.
उन्होंने कहा कि वह अंतिम संस्कार करने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि मुकदमे की समाप्ति के बाद ही उन्हें उनकी बेटी के शरीर के अंग सौंपे जाएंगे. वाकर ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि अभियुक्त को मौत की सजा दी जाए और सुनवाई समयबद्ध तरीके से की जाए. उन्होंने कहा कि हम मुकदमे की समाप्ति के बाद ही अंतिम संस्कार करने की स्थिति में होंगे. यह एक सवाल है कि यह कब संपन्न होगा और क्या मैं अपनी बेटी के शरीर के अंगों को प्राप्त कर पाऊंगा.
विकास वाकर की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि निर्भया मामले को अंजाम तक पहुंचने में सात साल लग गए थे, लेकिन इस मामले में साल नहीं लगना चाहिए. आफताब की मौजूदगी में कोर्ट रूम में ऑनलाइन काउंसलिंग के दौरान ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग भी चलाई गई. रिकॉर्डिंग ने पीड़िता के पिता वाकर को भावुक कर दिया. रिकॉर्डिंग में श्रद्धा को यह कहते सुना जा सकता है, “वह मेरा शिकार करेगा, मुझे ढूंढेगा और मुझे मार डालेगा.”
श्रद्धा को एक अन्य रिकॉर्डिंग में सुना जा सकता है कि वह डॉक्टर (काउंसलर) के सामने कबूल भी कर रही थी कि एक दिन आफताब ने उसका गला पकड़ लिया था. इसके बाद मैं पूरी तरह से बेहोश हो गई थी और सांस नहीं ले पा रही थी. इसका जवाब देते हुए अधिवक्ता कुशवाहा ने कहा कि इस तरह मामले को पूरा होने में सालों लग जाएंगे. उन्होंने कहा कि सुनवाई दैनिक आधार पर समयबद्ध तरीके से होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि श्रद्धा के पिता के साथ चर्चा करने के बाद इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करूंगी. उन्होंने यह भी कहा कि सुनवाई में शामिल होने के लिए विकास वाकर मुंबई से आए थे.