नई दिल्ली: मार्गशीर्ष माह या अगहन माह की मासिक शिवरात्रि 22 नवंबर दिन मंगलवार को है. इस दिन सौभाग्य और शोभन नाम के दो शुभ योग बन रहे हैं. ये दोनों ही योग मांगलिक कार्यों और पूजा पाठ के लिए शुभ माने जाते हैं. मासिक शिवरात्रि के दिन इन शुभ युग में किए गए पूजा पाठ, जप, तप आदि आपके पुण्य फल में वृद्धि करने वाले हैं. मासिक शिवरात्रि की पूजा रात्रि प्रहर में करना चाहिए. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं मासिक शिवरात्रि पर बनने वाले शुभ योग और मुहूर्त के बारे में.
सौभाग्य और शोभन योग में मासिक शिवरात्रि
22 नवंबर को मासिक शिवरात्रि के दिन सौभाग्य योग प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 38 मिनट तक है. जो लोग रात्रि प्रहर में शिवरात्रि की पूजा नहीं कर सकते हैं, वे सौभाग्य योग में शिव पूजा करके अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं. सौभाग्य योग भाग्य में वृद्धि करने वाला योग माना जाता है.
मासिक शिवरात्रि पर शोभन योग शाम 06 बजकर 38 मिनट से लग रहा है और यह अगले दिन 23 नवंबर बुधवार को दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. जो लोग मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में करेंगे, वह पूजा शोभन योग में होगी. इस शुभ योग में पूजा पाठ करने से व्यक्तित्व का प्रभाव बढ़ता है.
मासिक शिवरात्रि 2022 निशिता काल मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि की रात निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 41 मिनट से प्रारंभ हो रहा है. इस मुहूर्त का समापन देर रात 12 बजकर 34 मिनट पर होगा. इस मुहूर्त में शिव पूजा के लिए आपको कुल 53 मिनट कर समय प्राप्त होगा.
मासिक शिवरात्रि तिथि 2022 नवंबर
हिंदू कैलेंडर के आधार पर मासिक शिवरात्रि किसी भी हिंदी माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है. इस समय अगहन या मार्गशीर्ष माह है. इसके कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 22 नवंबर को सुबह 08:49 बजे से लेकर 23 नवंबर को सुबह 06:53 बजे तक है.
मासिक शिवरात्रि पर भद्रा का साया
मासिक शिवरात्रि के दिन भद्रा का साया है. इस दिन भद्रा सुबह 08 बजकर 49 मिनट से शाम 07 बजकर 55 मिनट तक है. हालांकि शिव पूजा में पंचांग देखने या मुहूर्त देखने का कोई औचित्य नहीं है. इस दिन आप कभी भी शिवरात्रि की पूजा कर सकते हैं.