तिरुवनंतपुरम. देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद अब H3N2 इन्फ्लूएंजा (H3N2 influenza) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने को कहा है। इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज (Kerala Health Minister Veena George) ने शुक्रवार को राज्य में H3N2 के दो सक्रिय मामले मिलने की पुष्टि की है।
जॉर्ज ने कहा, “हमने अक्टूबर के दौरान केरल में इन्फ्लूएंजा के मामलों का पता लगाया था और एक सर्कुलर भी जारी किया था। डॉक्टरों को बुखार के मरीजों के सैंपल इन्फ्लुएंजा टेस्ट के लिए भेजने को कहा गया है। वर्तमान में, हमारे पास अलप्पुझा में 2 मामले हैं, कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है और अब तक कोई मौत नहीं हुई है।”
गौरतलब है कि कर्नाटक और हरियाणा में इन्फ्लूएंजा ‘ए’ के उप-स्वरूप H3N2 से एक-एक मौत की पुष्टि की है। पहली मौत कर्नाटक के हासन जिले में एक 82 वर्षीय व्यक्ति की हुई थी। जबकि, हरियाणा में जनवरी में वायरस से संक्रमित होने के बाद फेफड़े के कैंसर के एक 56 वर्षीय रोगी की मृत्यु हो गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक छोटे बच्चों, पहले से अन्य रोगों से पीड़ित वृद्ध व्यक्तियों को मौसमी इन्फ्लूएंजा का अधिक खतरा है। अधिकारियों ने बताया कि, पिछले तीन महीनों में एच3एन2 के 90 मामले सामने आए हैं। H3N2 के मामले बढ़ने के चलते कोविड-19 जैसे हालात की संभावना को लेकर कुछ चिंताएं जताई जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से कोविड-19 के दौरान जिस तरह की सावधानियां बरती जा रही थी उसी तरह सावधानियां बरतने को कहा है। इससे ज्यादा घबराने की बात नहीं है।