यूक्रेन के पास गोला-बारूद की भारी कमी, जंग हारने के कगार पर जेलेंस्‍की, पुतिन की आर्मी का बड़े यूक्रेनी शहर पर कब्जा

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नई दिल्‍ली (New Dehli)। यूक्रेन और रूस के बीच (between ukraine and russia)चल रही जंग को करीब (close to rust)दो साल होने को आए हैं। यूक्रेनी लड़ाके (Ukrainian fighters)इस जंग में पश्चिम और विशेषकर अमेरिका (especially America)की मदद के बूते रूस की आर्मी (Russian Army)के सामने आग उगल रहे थे लेकिन, अब यूक्रेन युद्ध में पिछड़ रहा है। कीव के सैन्य प्रमुख ने भी अवदिवका शहर पर अपनी हार स्वीकार ली है। यहां व्लादिमीर पुतिन की आर्मी ने पूर्ण कब्जा हासिल कर लिया है। पुतिन इसे दो साल से चल रही जंग में महत्वपूर्ण जीत बता रहे हैं।

पिछले मई में यूक्रेन के बड़े शहर बखमुत पर कब्ज़ा करने के बाद से अवदिवका पर रूस की सबसे बड़ी जीत है। यह सबकुछ तब मुमकिन हो पाया है जब यूक्रेन गोला-बारूद की भारी कमी का सामना कर रहा है और अमेरिका की तरफ से सैन्य सहायता में देरी हो रही है। यूक्रेन पर रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के लगभग दो साल बाद यह अब तक का सबसे स्पष्ट संकेत है कि पिछले साल यूक्रेनी जवाबी हमले का सामना करने में नाकाम रही रूसी सेना ने अब युद्ध को पूरी तरह से अपने पक्ष में कर लिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि कीव के लिए नए अमेरिकी सैन्य सहायता पैकेज के लिए हो रही देरी की कीमत यूक्रेन को चुकानी पड़ सकती है। दरअसल, अमेरिकी कांग्रेस में बाइडेन सरकार इसलिए यूक्रेन के लिए फंड इकट्ठा नहीं कर पा रही है क्योंकि रिपब्लिकन सांसद इसका विरोध कर रहे हैं।

व्हाइट हाउस के एक बयान में शनिवार को कहा गया कि बाइडेन ने यूक्रेन का समर्थन जारी रखने की अमेरिकी मदद याद दिलाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को फोन किया और अमेरिकी कांग्रेस को यूक्रेनी बलों को फिर से आपूर्ति करने के लिए पैकेज को तत्काल पारित करने की आवश्यकता दोहराई। व्हाइट हाउस ने कहा कि “कांग्रेस की निष्क्रियता के परिणामस्वरूप आपूर्ति में कमी के कारण” यूक्रेन युद्ध में पिछड़ रहा है। इससे यूक्रेनी सैनिकों को गोला-बारूद की भारी कमी देखनी पड़ रही है। इसके परिणामस्वरूप “रूस को महीनों में पहली बार फायदा हुआ।”

यूक्रेनी शहर कब्जे की खुशी में गदगद पुतिन

क्रेमलिन ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु की ओर से शहर पर कब्जे की रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद पुतिन ने सैन्य इकाइयों और उनके कमांडर को बधाई दी। इसमें कहा गया, “राष्ट्र प्रमुख ने इस सफलता, एक महत्वपूर्ण जीत पर रूसी सैनिकों को बधाई दी।” रूसी समाचार एजेंसियों ने यूक्रेन में बलों के “केंद्र” समूह के कमांडर कर्नल-जनरल आंद्रेई मोर्डविचव को एक टेलीग्राम में पुतिन के हवाले से कहा, “मैं आपके निर्देशन में उन सभी सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने अवदीवका के लिए लड़ाई में भाग लिया।”

यूक्रेनी शहर पर कब्ज़ा करने के बाद पुतिन को अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में लाभ मिलने की उम्मीद जगी है। जानकारों के मुताबिक, उनकी जीत लगभग तय है।

ज़ेलेंस्की ने पश्चिम से आपूर्ति की याचना की

म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए, ज़ेलेंस्की ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से सैन्य सहायता की आपूर्ति बढ़ाने का आग्रह किया और सुझाव दिया कि युद्ध में उनके सैनिको की हार हथियारों की कमी के कारण हुई है। उन्होंने कहा, “अब, (सेना) पुनःपूर्ति करेगी, वे प्रासंगिक हथियारों की प्रतीक्षा करेंगे, जो कि पर्याप्त नहीं थे। रूस के पास लंबी दूरी के हथियार हैं, जबकि हमारे पास पर्याप्त नहीं हैं।”

एक्स पर एक पोस्ट में, ज़ेलेंस्की ने उम्मीद जताई कि अमेरिकी कांग्रेस एक “बुद्धिमानी वाला निर्णय” लेगी। उन्होंने बाइडेन से हुई फोन पर बात के बारे में बताया, “हमने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। मैं राष्ट्रपति बाइडेन के पूर्ण समर्थन के लिए आभारी हूं।

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