मास्को : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो साल पूरे हो गए हैं। इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को एक बार फिर यूक्रेन में मास्को के लक्ष्यों को पूरा करने की कसम खाई। उन्होंने पश्चिमी देशों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि उनका कदम वैश्विक परमाणु संघर्ष को जन्म दे सकता है। पश्चिमी देशों को धमकाते हुए पुतिन ने कहा कि हमारे पास ऐसे हथियार हैं, जो उनके इलाकों को भी भेद सकते हैं।
हाल में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन का पक्ष लेते हुए कहा था कि हमारा मकसद यूक्रेन को बचाना है। आशंका है कि पश्चिमी देश यूक्रेन में नाटो दल भेज सकते हैं साथ ही आशंका है कि पश्चिमी देश मिलकर रूस पर हमला कर सकते हैं। सभी आशंकाओं के बीच पुतिन ने नेपोलियन और हिटलर के हमलों को याद करते हुए कहा कि हमें उन लोगों के हालात याद हैं, जिन्होंने हमारे खिलाफ अपनी सैना भेजी थी। इसी तरह दोबारा पश्चिमी देशों का हमारे खिलाफ युद्ध का परिणाम उनके लिए कहीं अधिक घातक होगा। पुतिन ने पश्चिमी नेताओं को लापरवाह और गैर-जिम्मेदार करार दिया है। पश्चिमी देशों को याद होना चाहिए किया कि हमारे पास ऐसे हथियार हैं, जो उनके इलाकों को भी भेद सकते हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा था कि फ्रांस का मकसद यूक्रेन को बचाना है, रूस को कुचलना नहीं। म्यूनिख सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने जर्मनी पहुंचे मैक्रों ने कहा था कि वे इस सोच के समर्थक नहीं है कि सभी को मिलकर रूस पर हमला कर देना चाहिए, जबकि कुछ का मकसद ही उसे तबाह कर देना है।
हालांकि, फिलहाल वे यह सुझाव नहीं देंगे कि रूस के साथ शांतिवार्ता की जाए। हालांकि, कॉन्फ्रेंस में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा था कि यूक्रेन के भविष्य को बचाने के लिए रूस को गलत साबित करना बेहद जरूरी है। जब यह युद्ध शुरू हुआ था तो पुतिन को लगा था कि वे पश्चिम को यूरोपीय एकता को तोड़कर सभी को झुका लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब वक्त है कि पुतिन ने जो गलत किया है उसकी कीमत वसूलते हुए पुतिन को गलत साबित किया जाए।