देहरादून: उत्तराखंड की STF टीम के द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। आज शनिवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने आरआईएमएस कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है। पेपर लीक मामले में अबतक शिक्षक, नेता सहित 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले को लेकर एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि, “उत्तराखंड एसटीएफ ने पेपर लीक करने के आरोप में रिम्स कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार किया है। उसे आरोपी केंद्रपाल और अन्य के माध्यम से किए गए सौदे के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। अब तक 25 गिरफ्तारियां हुईं।”
बता दें कि, यूकेएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को धामपुर में बेसिक शिक्षा विभाग के एक शिक्षक के घर दबिश दी। एसटीएफ ने शिक्षक को हिरासत में लेकर उससे करीब चार घंटे बंद कमरे में पूछताछ की। यूकेएसएससी पेपर लीक कांड में उत्तराखंड एसटीएफ सहारनपुर में जल निगम में तैनात धामपुर निवासी ललित राज शर्मा को पहले ही हिरासत में लेकर जेल भेज चुकी है। अब इसी मामले में रावत के सहयोगी और धामपुर निवासी केंद्रपाल पर शिकंजा कसने की तैयारी है।
दरअसल, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की भर्ती परीक्षा का पेपर हाल ही में लीक हो गया था। जिसके कारण उत्तराखंड सहित कई राज्य के अभ्यर्थी UKSSSC की परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, उनकी मांग को मानते हुए इस परीक्षा को सुनवाई के दौरान रद्द कर दिया गया है।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, पुलिस को जांच में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार इस मामले में बेहद सख्त है। घोटालों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।