नई दिल्ली : इजरायल-हमास के बीच युद्ध की स्थिति गहराती जा रही है। इजरायल, जो अभी तक गाजा पर सिर्फ एयर स्ट्राइक (air strike)कर रहा था, उसने अब जमीन (land)के रास्ते हमले की पूरी तैयारी कर ली है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया है कि इजरायली सेना ने कहा है कि उसने गाजा पट्टी के अंदर छापे मारे हैं। वहीं फिलिस्तीन का कहना है कि इजरायली हमलों से मरने वालों की संख्या 1,799 हो गई है। इसके अलावा, 6,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इजराइल की सेना ने गाजापट्टी पर जमीनी हमला करने के लिए टैंकों को इकट्ठा कर लिया है। उसने उत्तरी गाजा के करीब 10 लाख से अधिक नागरिकों को 24 घंटों के भीतर दक्षिण की तरफ शिफ्ट होने के लिए कहा था। वहीं, हमास ने लोगों से कहा है कि वे अपने घरों को न छोड़ें। आपको बता दें कि इजरायल ने इस क्षेत्र पर सबसे भारी हवाई हमले किए हैं। इजरायल की चेतावनी के बाद फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने शुक्रवार को अम्मान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा कि वह गाजा में फिलिस्तीनियों के जबरन विस्थापन को अस्वीकार करते हैं। इससे पहले हमास ने कहा था कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हमलों में विदेशियों सहित 13 बंधक मारे गए हैं।
इजरायली सेना की ओर से शुक्रवार सुबह जारी एक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा और संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सभी नागरिकों को दक्षिण क्षेत्र जाने का आह्वान किया है। इजरायली रक्षा बलों ने गाजा में विमानों से पर्चे गिराए। इसमें लोगों को गाजा से चले जाने का संदेश लिखा है। निवासियों से सुरक्षित जगह चले जाने का आह्वान किया गया है। इजरायल ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को इलाका खाली करने का निर्देश दिया है, जिसे लेकर वहां अफरा-तफरी का माहौल है। बताया जा रहा है कि उत्तरी इलाके में बनी सुरंगों में हमास के आतंकी छिपे हैं। लोगों की मौजूदगी में उत्तरी इलाके में हमले नहीं किए जा सकते हैं। इसलिए इस क्षेत्र को खाली करने का आदेश दिया गया है।
आईडीएफ ने गाजा के लोगों के नाम एक बयान जारी कर कहा कि आप शहर में दोबारा तभी वापस आएंगे जब अगला बयान जारी कर आपको शहर में आने की अनुमति दी जाएगी। उधर, हमास के आतंकियों ने भी लोगों से गाजा सिटी नहीं छोड़ने की अपील की है। हमास के आतंकवादी गाजा शहर के घरों में बनी सुरंगों और गाजा के निर्दोष लोगों के घरों के अंदर छिपे हैं। इसके साथ ही लोगों से कहा कि अपने परिवार को हमास के उन आतंकियों से दूर रखें जो आपको ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। उधर, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि गाजा पर हवाई हमले और इजरायल की पूर्ण इजरायली नाकेबंदी की वजह से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। खाद्य सामग्री की भी किल्लत शुरू हो गई है।
इजरायल के उत्तरी गाजा खाली करने के आदेश पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया पर इजरायली राजदूत गिलाद एर्दन ने आपत्ति जताई है। एर्दन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इजरायल, गाजा के लोगों को पहले सचेत करना चाहता है। हमास के खिलाफ ऑपरेशन में बेकसूरों की मौत नहीं चाहता है। एर्दन ने अपने कार्यालय से एक नोट में कहा कि कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र ने हमास के कृत्यों को लेकर अपनी आंखें मूद ली है। अब इजराइल की तरफ खड़े होने के बजाय, इजरायल को उपदेश दिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के लिए बेहतर होगा कि वह बंधकों को लौटाने, हमास की निंदा करने और इजरायल के अपनी अधिकारों की रक्षा का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित करे।