महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश, अजित पवार ने बुलाई तत्काल बैठक, दिए प्रभावित इलाकों को सहायता करने के निर्देश
महाराष्ट्र: सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने महाराष्ट्र में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश (Maharashtra Unseasonal Rain) से क्षतिग्रस्त हुए इलाकों की जानकारी लेने के लिए तत्काल बैठक बुलाई है। बता दें कि आज शाम मुंबई में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और कृषि मंत्री धनंजय मुंडे की मौजूदगी में महाराष्ट्र में हुए नुकसान की समीक्षा की जाएगी। इसलिए बेमौसम और ओलावृष्टि से प्रभावित खेती के लिए केंद्र से मदद लेने के लिए कैबिनेट बैठक के बाद प्रस्ताव भेजा जाएगा।
बारिश से प्रभावित इलाकों में सहायता
फिलहाल राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से चालीस सूखा प्रभावित तालुकों के लिए 2600 करोड़ की मदद की गुहार लगाई है और संभावना है कि इस पर भी चर्चा होगी। आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने जिला कलेक्टरों को राज्य में क्षतिग्रस्त इलाकों का पंचनामा बनाकर अगले दस दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। क्षतिग्रस्त क्षेत्र की रिपोर्ट मिलते ही केंद्र को सहायता का प्रस्ताव भेजा जाएगा। फिलहाल सूत्रों ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार तत्काल सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
इस सिलसिले में आज बुलाई गई बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, कृषि मंत्री धनंजय मुंडे और राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल शामिल होंगे। दिलचस्प बात यह है कि अनिल पाटिल कुछ देर में नासिक के निफाड तालुका में क्षतिग्रस्त इलाके का जायजा लेने पहुंचेंगे। जानकारी मिल रही है कि वह खुद बांध पर जाकर निरीक्षण करेंगे और फिर तुरंत मुंबई में होने वाली बैठक में शामिल होंगे।
तत्काल सहायता
राज्य के कई हिस्सों में सूखे जैसे हालात के कारण किसान पहले से ही संकट में हैं। ख़रीफ़ का मौसम बर्बाद हो गया और उम्मीद थी कि रबी के मौसम में कुछ निकलेगा। हालांकि, परसों से राज्य के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसलिए इस पृष्ठभूमि में किसानों को तत्काल मदद की जरूरत है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए अजित पवार ने तत्काल बैठक बुलाई है।
दिलचस्प बात यह है कि बैठक में इस बात पर चर्चा होने की संभावना है कि किसानों को तुरंत कैसे मदद मुहैया कराई जा सकती है। तो वहीं इस बैठक में कृषि मंत्री धनंजय मुंडे और राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल भी मौजूद रहेंगे। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि इस बैठक में क्या फैसले लिए जाते हैं।