प्रयागराज : अतीक अहमद…अपराध की दुनिया का वो नाम, जिसके ऊपर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग थानों में 100 से अधिक केस दर्ज हैं. अतीक का नाम न केवल उसके आपराधिक कृत्यों से, बल्कि शानो शौकत को लेकर भी जाना जाता है. हाल ही में प्रयागराज की कोर्ट ने उमेश पाल अपहरण केस में उम्र कैद की सजा सुनाई है. बड़े-बड़े आलीशान बंगलों का मालिक अतीक अभी साबरमती जेल में बंद है. यहां पर जेल प्रशासन ने उसे ऐसा काम सौंपा है, जिसे माफिया ने अपने सपने में भी नहीं सोचा होगा.
उमेश पाल अपहरण केस में सजा सुनाए जाने के बाद साबरमती जेल प्रशासन ने अतीक को झाड़ू लगाने से लेकर फर्नीचर बनाने तक काम दिया है. साथ ही माफिया जेल में भैंसों को भी धोने का काम करेगा. लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं है कि माफिया ये सारे काम फ्री में करेगा. इसके लिए जेल प्रशासन उसे एक मेहनताना भी देगा. उसे हर दिन काम के लिए 25 रुपये दिए जाएंगे.
जेल की भाषा में अतीक अहमद को क़ैदी नंबर 17052 नाम दिया गया है. उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद को हाल ही में गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था. उमेश पाल अपहरण केस में उसे प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया गया था. इस दौरान अतीक के भाई अशरफ को भी कोर्ट लाया गया था. कोर्ट ने अतीक अहमद सहित अन्य दो को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. वहीं, अशरफ को इस केस से बरी कर दिया था. केस का फैसला आने के बाद अतीक को दोबारा साबरमती जेल भेज दिया गया. वहीं, अशरफ को बरेली जेल ले जाया गया.
उमेश पाल हत्याकांड का अतीक अहमद मुख्य आरोपी भी है. वहीं, इस केस में अतीक की पत्नी शाइस्ता को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अतीक की पत्नी फरार हो गई है. पुलिस ने उसपर इनाम भी रखा है. बीते 24 फरवरी को उमेश की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इस दौरान बदमाशों ने अतीक के अलावा दो अन्य सुरक्षागार्डों की भी हत्या कर दी थी. उमेश की पत्नी जया पाल ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है.