UP ELECTION 2022: वाराणसी के ये इलाका रहेगा मतअधिकार से वंचित , नही बना किसी भी नागरिक का आईडी
वाराणसी : नदेसर का राजाजीपुर मलिन बस्ती वाराणसी जंक्शन स्टेशन से मात्र 500 मीटर की दूरी है । झोपड़ी में रहते लोग, फटे कपड़े पहने सड़क पर खेलते हुए बच्चे और दो जून के रोटी के लिए कचरा साफ करते उनके पिता ऐसा हाल है उस ईलाके का । यही इस बस्ती की पहचान है और यही हाल है इस ईलाके का । रुखी सुखी रोटी खाकर गुजारा कर रहे ये लोग सरकार कि नजरो से दूर है । सरकार को ना ये पता है कि ना इस इलाके के लोगो पर खाना है ना ही है वोटर आईडी ।
गरीबी के साथ ही प्रशासन ने इनको वोट देने से दूर कर दिया गया है । आपको ये जानकारी पढ़कर हैरानी होगी कि यह इलाका प्रधानमंत्री का संसदीय झेत्र है । आज चुनाव का आखिरी चरण है और ये लोग इस मत देने के अधिकार से वंचित है ।
मलिन बस्ती के रहने वाले सिनोद कहते हैं की हमारे पास कोई नेता,मंत्री,विधायक नहीं आता, हम यहीं के निवासी है और झोपड़ी में सड़क किनारे रहते हैं। जिला प्रशासन के लापरवाही के कारण 70-80 झुग्गियों वाले इस इस बस्ती के 300 से ज्यादा लोग विधानसभा चुनाव में अपने वोट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। आपको बता दे कि यहा के लोग कचरा बिनते है और टायलेट साफ करते है । इस इलाके के बीरु बताते है कि कई बार हम आधार कार्ड और पैन कार्ड भी लेकर गये है लेकिन उन्होने किसी का भी नाम दर्ज नही किया ।
बस्ती की महिला काजल का कहना है कि नाम लिखवाने के बावजूद प्रधानमंत्री आवास योजना में हम लोग को घर नहीं मिला है। इस बस्ती को हटाने के लिए पुलिस अक्सर आती है लेकिन हम लोगो को अभी कोई आवास योजना के तहत घर नही मिला । महीने के फ्री राशन का लाभ हमें नहीं मिलता है। सिर्फ कोरोना में ही कुछ NGO और प्रशासन ने राशन दिया था, उसके बाद हमारी कोई पूछ नहीं। वहा के सफाई कर्मी कहते है कि सपा कि सरकार में 16000 रु कि नौकरी करते थे लेकिन भाजपा के आने के बाद ठेकेदार ने घुस मागें तो दे नही पाये और नौकरी छुट गयी ।
रिर्पोट – शिवी अग्रवाल