रांची: झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) में इस समय घमासान मचा हुआ है। जानकरी के अनुसार राज्य के महासचिव आलोक दुबे (Alok Dubey) और डॉ. राजेश गुप्ता समेत 4 नेताओं को 6 साल के लिए निलंबित (suspend) कर दिया है। इसको लेकर निलंबित नेताओं और उनके समर्थकों में काफी नाराजगी है। पार्टी के अंदर घमासान मच गया है। बता दें कि राजस्थान के बाद अब झारखंड कांग्रेस में अंदरूनी विवाद शुरु हो गया है।
जानकारी के अनुसार झारखंड कांग्रेस ने राज्य के महासचिव आलोक दुबे और डॉ. राजेश गुप्ता समेत 4 नेताओं को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है। अनुशासन समिति ने राज्य नेतृत्व के खिलाफ गतिविधियों के लिए आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता और साधु शरण गोप को निलंबित करने की सिफारिश की थी। जिसके बाद पार्टी ने इन्हें 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है।
बता दें कि पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित हुए चारों कांग्रेसी नेता पिछले दिनों प्रदेश नेतृत्व और अध्यक्ष राजेश ठाकुर की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे थे। यही नहीं इन चारों ने राजेश ठाकुर के गृह जिले बोकारो में जाकर प्रेस वार्ता किया था। जिसके बाद से ही मामला और गंभीर हो गया था। इसके बाद प्रदेश अनुशासन समिति ने इनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
पार्टी से निष्कासित आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता और साधु शरण गोप ये सभी नेता प्रदेश कमेटी में पदाधिकारी भी है। पार्टी विरोधी कार्यों में लिप्त रहने और प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी को देखते हुए पार्टी की अनुशासन समिति ने बीते दिनों इन्हें शो कॉज करते हुए अपना पक्ष रखने को कहा था। चारों ने अपना पक्ष नहीं रखा था। जिसके बाद इन्हें निष्कासित कर दिया गया। फिलहाल इसको लेकर नेताओं में काफी नाराजगी है। बताया जा रहा है कि ये अब किसी दूसरी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।