नई दिल्ली : सूर्य की मजबूत स्थिति व्यक्ति को न केवल मान-सम्मान, ऐश्वर्य दिलाती है बल्कि आत्मविश्वास में वृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य, तेज बल, पराक्रम भी देती है। पिता के साथ अच्छे संबंध होना, सरकारी पद की प्राप्ति जैसी तमाम बातें कुंडली में सूर्य की उच्च स्थिति को बताती हैं। इसके विपरीत सूर्य के कमजोर होने से व्यक्ति को अपयश, चुनौती, बुरी संगत आदि जैसी अपमानजनक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सूर्य ग्रहों के राजा हैं इसलिए उन्हें हमेशा प्रसन्न और मजबूत बनाने के लिए कुछ न कुछ उपाय करते रहना चाहिए।
भूरे रंग की चींटियों को भोजन कराने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं। कुंडली में यदि सूर्यदेव कमजोर हैं तो चीटियों को आटे में हल्की सी चीनी या गुड़ मिलाकर खिलाना बहुत ही लाभदायक होगा। ऐसा करने से सूर्यदेव की अशुभता कम होगी और अशुभ फलों में धीरे-धीरे कमी आएगी। चीटियों को आटा खिलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि जहां भी चीनी या गुड़ मिला हुआ आटा डालें, वह सुरक्षित स्थान हो। वहां पर लोगों के पैर न पड़े, वहां से कोई वाहन न गुजरता हो जो उसे रौंद दे। यदि आटा डालने के बाद उसे किसी वाहन ने पहियों से या किसी व्यक्ति ने पैरों से रौंद दिया तो फिर आपको कोई फल नहीं मिलेगा। ऐसा होने पर लाभ के स्थान पर नुकसान हो सकता है क्योंकि वाहनों के निकलने से चींटियां भी दबकर मर सकती हैं।
वैसे तो दान के लिए कोई निर्धारित दिन नहीं है, आप अपनी क्षमता और इच्छा के अनुसार कभी भी दान कर सकते हैं। लेकिन कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए आपको रविवार या सूर्य संक्रांति के दिन गुड़, तांबे, मसूर की दाल का दान जरूर करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दिन स्नान और दान करना भी अच्छा माना जाता है।