Ustad Bismillah Khan : शहनाई के जादूगर बिस्मिल्लाह खाँ की 105वीं जयंती आज, ग्लोबल स्टेज पर शहनाई वादन को दिलाई थी पहचान
Ustad Bismillah Khan : आज उस्ताद बिस्मिल्लाह खां 105वीं जयंती है। शहनाई को वैश्विक स्तर पर ले जाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण, तानसेन पुरस्कार से सम्मानित उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को साल 2001 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
मशहूर शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का आज जन्मदिन है। खान साहब को किसी परिचय की जरूरत नहीं हैं। भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति की बहार में शहनाई के मधुर स्वर घोलने वाले बिस्मिल्ला खान शहनाई को अपनी बेगम कहते थे। संगीत उनके लिए उनका पूरा जीवन था। पत्नी के इंतकाल के बाद शहनाई ही उनकी बेगम और संगी-साथी बन चुकी थी। वहीं संगीत हमेशा ही उनका पूरा जीवन रहा है । उनके नाम के पीछे भी एक अनोखी कहानी है। कहा जाता है कि उनके जन्म के समय उनके दादा जी ने अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए ‘बिस्मिल्लाह’ कहा था और तभी से उनका नाम बिस्मिल्लाह पड़ गया।
बिहार के डुमरांव में संगीतकारों के परिवार में जन्मे उस्ताद बिस्मिल्ला खां की संगीत यात्रा बहुत कम उम्र में उनके चाचा अली बक्स, ‘विलायतु ’के निर्देशन में शुरू हुई थी। बहुत कम उम्र में ही उन्होंने छैती, ठुमरी, कजरी और स्वानी जैसी कई विधाओं को सीख लिया था। बाद में उन्होंने ख्याल म्यूजिक की पढ़ाई की और कई सारे राग में निपुणता हासिल कर ली।
बिस्मिल्लाह की शहनाई और भारत की आजादी के बीच एक गहरा रिश्ता है। जब 1947 में देश आजाद होने की पूर्व संध्या पर लालकिले पर देश का झंडा फहराया जा रहा था तब उनकी शहनाई वहां आजादी का संदेश बांट रही थी। तब से लगभग हर साल 15 अगस्त को पीएम के भाषण के बाद बिस्मिल्ला खां जी का शहनाई वादन एक प्रथा बन गई। खान साहब ने देश और दुनिया के अलग अलग हिस्सों में अपनी शहनाई की गूंज से लोगों को मोहित किया।
पुरष्कार व सम्मान
बिस्मिल्ला खां को जीवन में कई सम्मान मिले। साल 2001 में उनको देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। इससे पहले उन्हें साल 1980 में पद्म विभूषण, 1968 में पद्म भूषण, 1961 में पद्म श्री और 1956 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस्ताद बिस्मिल्ला खां का 90 साल की उम्र में 21 अगस्त 2006 को इंतिक़ाल हो गया था.
रिपोर्ट- कोमल कशिश