ग्रेटर नोएडा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित ‘सेमीकॉन इंडिया-2024’ का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। इसमें देश-विदेश के हजारों कारोबारी हिस्सा लेंगे और आने वाले समय में यमुना प्राधिकरण की जमीन पर एक सेमीकंडक्टर पार्क भी बनाया जाएगा, जिसमें सभी विदेशी कंपनियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के दुनियाभर से पधारे सभी ग्लोबल लीडर्स सीईओ और प्रधानमंत्री का हृदय से स्वागत करता हूं। भारत को एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के विजन को धरातल पर उतारने के लिए आयोजित होने वाले इस समारोह के प्रति मैं बहुत आभारी हूं। साल 2020 से ही हम इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के कारण लगातार प्रभावित रहे। एक ओर कोविड-19 का दुष्प्रभाव और दूसरी ओर राजनीतिक वैश्विक तनाव से ग्लोबल सप्लाई चेन पर एक बड़ा असर पड़ा था।
उन्होंने कहा कि उस समय हर एक फील्ड चाहे वो ऑटोमोबाइल का हो, मेडिकल इक्विपमेंट कर रहा हो, इलेक्ट्रॉनिक आइटम से जुड़े हुए हर एक क्षेत्र में हम लोगों को इससे प्रभावित होते हुए देखा गया। लेकिन, हमारा सौभाग्य है अपने विजनरी लीडरशिप के माध्यम से जब दुनिया कोविड-19 से परेशान थी, तब हमने सफलतापूर्वक इसका प्रबंधन कर लिया था। भारत सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के लिए नोटिफिकेशन जारी करते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ही मार्गदर्शन और उनके विजनरी लीडरशिप में उत्तर प्रदेश में भी इस दिशा में आईटी सेक्टर, सेमीकंडक्टर, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है। पूरे भारत में होने वाले मोबाइल के पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग का 55 प्रतिशत काम उत्तर प्रदेश में हो रहा है। उत्तर प्रदेश कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यातक के रूप में उभरा है। सैमसंग इंडिया ने अपने डिस्प्ले यूनिट प्लांट की स्थापना भी नोएडा में किया है। आज उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर के एक बड़े हब के रूप में स्थापित हुआ है। प्रदेश में सेमीकंडक्टर कंट्रोल वातावरण तैयार करने के लिए ‘उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024’ लागू की गई है।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन इंजीनियर के रूप में स्थापित हो रहा है। यहां कई बड़ी-बड़ी कंपनियां पहले से मौजूद हैं। इनमें एनसीपी और सिनॉप्सिस जैसी प्रमुख कंपनियां प्रदेश में हैं। आईटी इंडस्ट्री को प्रदेश में उद्योग का दर्जा देने का निर्णय किया गया है। जिससे प्राधिकरणों के अधीन उद्योग भूमि को सस्ते औद्योगिक दरों पर आईटी कंपनियों को दिया जा सके तथा 150 किलोवाट की सभी आईटी कंपनियों को औद्योगिक दरों पर विद्युत की आपूर्ति भी की जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर का दर्जा हासिल किया है। सेमीकंडक्टर, आईटी, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक, एमएसएमई टेक्सटाइल और टूरिज्म आदि से संबंधित 27 फैक्टोरियल पॉलिसी प्रदेश में लागू हैं। उत्तर प्रदेश में एफडीआई फॉर्च्यून ग्लोबल 500 और फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों के लिए भी हमारी समर्पित नीति है।
सीएम योगी ने बताया कि उद्यमियों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग हो, इसके लिए सिंगल विंडो ‘निवेश मित्र’ के माध्यम से 450 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं संचालित की जा रही हैं। ‘निवेश सारथी’ पोर्टल विकसित किया गया है। निवेशकों की सहायता के लिए ‘मित्र’ तैनात किए गए हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी की बेहतरीन व्यवस्था आज उत्तर प्रदेश की यूएसपी है। उत्तर प्रदेश में रोड और रेलवे का एक बड़ा नेटवर्क है, यह वेस्टर्न एंड ईस्टर्न डेडिकेटेड ट्रेंड कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरते हैं।
उन्होंने बताया कि वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रदेश का पहला इनलैंड वॉटरवे संचालित है। वाराणसी में मल्टी मॉडल टर्मिनल के साथ ही दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब, बोड़ाकी में उड़की मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय सिटी, एप्रैल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड टाउनशिप, बरेली में मेगा फूड पार्क, उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी आदि योजनाएं भी तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं।