संभल: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के एक सरकारी स्कूल में कक्षा दो में पढ़ने वाली मासूम बच्ची छुट्टी होने के बाद घर नहीं पहुंची। बच्ची के परिवार वाले रातभर उसे जंगलों और आसपास के इलाके में खोजते रहे। घर में चीत्कार मचती रही, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। अगली सुबह जब शिक्षक स्कूल में पहुंचे तो बच्ची चीखते हुए मिली। 18 घंटों तक बिना कुछ खाए-पिए बच्ची स्कूल में कैद रही। बच्ची के परिवार वालों ने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अपने मामा के घर रहती है मासूम अनुष्का
घटना संभल जिले के गुन्नौर विकास खंड क्षेत्र की है। यहां के गांव धनारी पट्टी बालूशंकर में रहने वाले सत्यपाल सिंह की भांजी अनुष्का उन्हीं के पास रहती है। वह गांव के ही सरकारी परिषदीय स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती है। मंगलवार को अनुष्का अपने स्कूल में पढ़ने के लिए पहुंची थी। बच्ची ने बताया कि वह स्कूल में सो गई थी। तभी स्कूल की छुट्टी हो गई। इसके बाद शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है। स्कूल में तैनात शिक्षक वेदराम सिंह और सत्यपाल ने बिना क्लासरूम की जांच किए दरवाजों को बाहर से बंद कर दिया।
आंख खुली तो बच्ची घबराई, रो-रोकर बदहवास हुई
जबकि बच्ची अनुष्का क्लास में रोती रही। काफी समय बाद जब उसकी नींद खुली तो वह घबरा गई। वहीं बच्ची के घर न पहुंचने पर परिवार वाले परेशान हो गए। उन्होंने बच्ची की तलाश शुरू कर दी। पूरे गांव में उसे खोजा, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद परिवार वाले जंगल की ओर गए। बताया कि पूरी रात उन्होंने बच्ची की तलाश की। वहीं बच्ची के न मिलने पर घर वालों में हड़कंप के साथ चीत्कार मच गई।
सुबह क्लास का दरवाजा खोला तो मिली सहमी बच्ची
अगली सुबह जब शिक्षक फिर से स्कूल पहुंचे और उन्होंने क्लासरूम के दरवाजे खोले तो उनके होश उड़ गए। बच्ची कमरे में थी। सहमी हुई थी। रो-रोकर वह बदहवास हो रही थी। जानकारी होने पर बच्ची के परिवार वाले भी स्कूल में पहुंच गए। परिवार वालों ने बताया कि 18 घंटों तक बिना कुछ खाए-पिए बच्ची क्लास में बंद रही। परिवार वालों ने स्कूल के शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। परिवार वालों ने जंकर हंगामा भी किया।