उत्तराखंड: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में बुनियादी शिक्षा के स्तर को फिर से बहाल करने और सुधारने के लिए ऐसे सभी स्कूलों को तुरंत बंद करने का फैसला किया है, जिनमें 10 से कम छात्र हैं। शिक्षा महानिदेशक बंसीधर तिवार ने उत्तराखंड सरकार के इस फैसले की पुष्टि की है। शिक्षा महानिदेशक बंसीधर तिवारी ने कहा, शिक्षा विभाग ने राज्य में 10 से कम छात्रों वाले 3,000 स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। पहाड़ी इलाकों में पांच छात्रों और मैदानी इलाकों में 10 या उससे कम छात्रों वाले स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा और इन स्कूलों के बच्चों को पास के किसी अन्य स्कूलों में भेजा जाएगा।
हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि स्कूलों को अस्थायी रूप से तब तक बंद किया जा रहा है जब तक उनके पास पर्याप्त छात्र नहीं हैं। दूसरी ओर, उन्होंने कहा, “इस साल अतिरिक्त 65,000 छात्र आए हैं, और पहले से बंद कई स्कूल भी फिर से खुल गए हैं।” मंत्रालय इस साल स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर सबसे निचले पायदान पर रहने के बाद विभाग की छवि सुधारने की कोशिश में लगी है। साथ ही उन विद्यालयों में कार्यरत भोजनमाताओं को उसी विद्यालय में समायोजित किया जायेगा जहां छात्रों को भेजा जा रहा है।