नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सोमवार को वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर से जुड़े लोन फ्रॉड मामले में धूत को मुंबई से गिरफ्तार किया गया ।
आरोप लगाया गया है कि आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सेंचुरी अप्लायंसेज लिमिटेड, कैल लिमिटेड, वैल्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इवान फ्रेजर एंड कंपनी इंडिया लिमिटेड को लगभग 3,250 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाओं को मंजूरी दी थी। ये सभी कंपनियां वेणुगोपाल धूत के वीडियोकॉन ग्रुप से संबंधित थी। एफआईआर के अनुसार, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के अधिकारियों ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम, आरबीआई दिशानिर्देशों और बैंक की क्रेडिट नीति का उल्लंघन कर इन कंपनियों को क्रेडिट सुविधाएं मंजूर कीं।
आरोप है कि धूत ने सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एसईपीएल) के माध्यम से नूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड (एनआरएल) में 64 करोड़ रुपये का निवेश किया और एसईपीएल को दीपक कोचर द्वारा प्रबंधित पिनेकल एनर्जी ट्रस्ट को एक सर्किट रुट से स्थानांतरित कर दिया। यह 2010 और 2012 के बीच किया गया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ और एमडी चंदा कोचर को उनके पति दीपक कोचर के साथ गिरफ्तार किया था।