कोलकाता : ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पश्चिम बंगाल में सिर्फ एक थिएटर में दिखाई जा रही है, लेकिन इसे दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। यह जानकारी ईस्टर्न इंडिया मोशन पिक्चर एसोसिएशन (ईआईएमपीए) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को दी। सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में विवादित फिल्म के प्रदर्शन पर प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को 18 मई को हटा दिया था। ममता बनर्जी प्रशासन ने आठ मई को प्रतिबंध लगाते हुए, इस आशंका का हवाला दिया था कि अगर सिनेमाघरों में फिल्म प्रदर्शित की गई तो यह सांप्रदायिक भावनाओं को भड़का सकती है।
ज्यादातर सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म दिखाने की इच्छा नहीं दिखाई है, जबकि भारत-बांग्लादेश सीमा के पास उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव शहर में एक सिनेमाघर 20 मई से फिल्म का प्रदर्शन कर रहा है और फिल्म के साथ ‘डिस्क्लेमर’ चला रहा है कि यह ‘काल्पनिक घटनाओं’ पर आधारित है। पूर्वी क्षेत्र के सिनेमा घर मालिकों और वितरकों की शीर्ष संस्था ईआईएमपीए के पदाधिकारी ने मीडिया को बताया, “कोलकाता से करीब 75 किलोमीटर दूर बनगांव में रामनगर रोड पर स्थित श्रीरामा सिनेमा हॉल में फिल्म दिखाई जा रही है, लेकिन हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि राज्य में कोई अन्य थिएटर फिल्म दिखा रहा है या नहीं।”
ईआईएमपीए के प्रदर्शनी खंड के अध्यक्ष रतन साहा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पहले लिखे एक पत्र में कहा था कि फिलहाल सिनेमाघरों में दर्शक बड़ी संख्या में नहीं आ रहे हैं। पत्र के मुताबिक, “हालांकि, ‘द केरल स्टोरी’ से हॉल मालिकों को कुछ राहत मिली है और तीन दिन के दौरान फिल्म का प्रदर्शन सफल रहा है। इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि सिनेमा के हित में राज्य में फिल्म को दिखाने की व्यवस्था करें।”