छपरा: प्यार अगर सच्चा हो तो जाति और धर्म की दीवारें उसे रोक नहीं सकती हैं. कुछ ऐसा ही बिहार के छपरा में देखने को मिला है. दरअसल एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू लड़के से प्यार किया और समाज को इस प्यार के आगे झुकना पड़ा. यही नहीं, गांव की पंचायत में इस प्यार को सामाजिक मान्यता दी और गांव वालों की मौजूदगी में दोनों ने शादी कर ली. इससे पहले दोनों गांव से फरार हो गए थे.
दोनों की फरारी को लेकर काफी दिनों तक गांव में तनाव था, लेकिन स्थिति सामान्य हुई और लोगों ने दोनों की भावनाओं को समझा. फिर शादी कराने का निर्णय हुआ और दोनों को बुलाकर शादी कर दी गई. जबकि छपरा के गरखा में सोमवार को बिना लगन की इस शादी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बराती बन गए. सभी ने इस नए जोड़े को अपनी शुभकामनाएं दी.
रीना प्रसाद का लड़का राजा बाबू और साबिर अली शाह की बेटी निशा की स्कूल के समय से आंखें चार हो गई थीं. जबकि पिछले 2 साल से प्रेम-प्रसंग प्रगाढ़ हो गया था. इस बीच दोनों एक दिन मौका पाकर गांव से फरार हो गये. इसको लेकर दोनों परिवार में विवाद भी हो गया था, लेकिन बाद में गांव की पंचायत ने स्थिति को संभाला और आपस में संवाद कायम कर दोनों के प्यार को अमलीजामा पहनाने पर सहमति प्रदान कर दी. लड़की ने हिंदू रीति रिवाज से शादी करना स्वीकार किया और उसके बाद गरखा में यह शादी संपन्न कराई गई.
गांव के लोग इस शादी को लेकर काफी उत्साहित दिखे. लोगों का कहना है कि दोनों की रजामंदी अगर है, तो फिर गांव की पंचायत को कोई दिक्कत नहीं है. राजा बाबू की मां चंदा देवी भी इस शादी में शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि इस शादी से खुश हैं और गांव की पंचायत की सराहना करती हैं, जिन्होंने इस शादी को न सिर्फ मान्यता दी बल्कि शादी में शामिल भी हुए. वहीं लड़की के परिवार ने भी खुशी जाहिर की है.