लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में आज घर के बाहर सो रहे एक बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई. जहां मौत भी ऐसी है जिसे देखकर लोगों की रूह भी कांप उठेगी. ऐसे में जहां चंद सेकेंड में ही बुजुर्ग की तड़प-तड़प कर मौत हो गई. दरअसल, यह बुजुर्ग अपने घर के बाहर सो रहा था, तभी घर के ऊपर से निकल रही हाईटेंशन लाइन का तार उस पर गिर गया. ऐसे में तार गिरने के बाद वह जलने लगा। बुजुर्ग इतने जले कि उनके जलने के निशान भी जमीन पर दिखने लगे। फिलहाल घटना की सूचना मिलते ही बिजली लाइन को बंद कर दिया गया. वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस 10 घंटे बाद मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
दरअसल, यह मामला समेरपुर थाना क्षेत्र के बिलखेड़ा गांव का है. जहां रहने वाले 70 वर्षीय जागेश्वर रोज की तरह अपने घर के बाहर चारपाई लेकर सो रहे थे. वहीं देर रात घर के ऊपर से गुजरी हाईटेशन लाइन में चिंगारी निकलने के बाद उसका तार टूट कर वृद्ध की चारपाई के पास जा गिरा. इस दौरान बिजली गिरने की आवाज इतनी तेज हो गई कि जागेश्वर यह सुन कर उठा और उठकर घूमने लगा, तभी वह तार की चपेट में आ गया. ऐसे में चंद सेकेंड में जलकर उसकी मौत हो गई। जमीन का वह हिस्सा जहां वह गिरा, वह भी जल गया। इस दौरान जमीन के जलने की वो तस्वीरें किसी को भी परेशान कर सकती हैं.
बता दें कि हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से चंद सेकेंड में ही जागेश्वर जल गया। जहां वह गिरा, वहां जमीन भी जल गई। मौत का ऐसा रंग देख गांव वालों की सांसे थम गई। इस दौरान कई घंटों तक किसी ने जागेश्वर के शव को छूने की कोशिश नहीं की। ग्रामीणों के अनुसार चिंगारी की आवाज से जागेश्वर जाग गया और देखा कि कहां से और किसके लिए। लेकिन तार की चपेट में आने के बाद उनकी ही आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई।
इस दौरान हाईटेंशन बिजली लाइन से बुजुर्ग जागेश्वर की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया. जहां लोगों ने घटना की जानकारी विद्युत विभाग को दी, जिसके बाद हाईटेंशन विद्युत लाइन की आपूर्ति रोक दी गई. लेकिन घटना के 10 घंटे बाद तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी शव लेने मौके पर नहीं पहुंचा. जिससे 10 घंटे तक बुजुर्ग का शव जमीन में पड़ा रहा, जिससे आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों के पहुंचने पर हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि काफी मशक्कत के बाद शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
वहीं जागेश्वर की मौत के बाद ग्रामीणों ने गांव से गुजरने वाली हाईटेंशन बिजली लाइन को हटाने की मांग शुरू कर दी है. इस दौरान ग्राम प्रधान अशोक का कहना है कि बिजली लाइन पुरानी और जर्जर हो चुकी है. इसलिए आए दिन तार टूटने की घटना होती रहती है। इसके बाद घर के बाहर तार टूट गया और जागेश्वर की मौत हो गई। ऐसे में अगर यह तार किसी के घर में कहीं गिर जाता तो इससे बड़ी घटना क्या हो सकती थी. वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार अधिकारी से गांव के अंदर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन को हटाकर बाहर निकालने की मांग की है. लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।