नई दिल्ली : बेडरूम का अच्छा माहौल न सिर्फ आरामदायक नींद बल्कि वैवाहिक जीवन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। मगर कई बार बेडरूम में वास्तु के नियमों का उलंघन करने की वजह से वास्तु दोष लग सकता है। वास्तु दोष आपके रिश्ते में तनाव और दूरियां ला सकता है। वास्तु शास्त्र, जो प्राचीन भारतीय वास्तुकला का विज्ञान है, जो बताता है कि दिशा और वस्तुओं की व्यवस्था किसी स्थान की ऊर्जा के प्रवाह को प्रभावित करती है, साथ ही वास्तु शास्त्र किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसका असर सेहत, धन, और रिश्तों तक सब पर पड़ता है। वास्तु के अनुसार, जब वस्तुओं को खास दिशाओं और स्थानों में रखा जाता है, तो वे ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित कर सकारात्मक माहौल बनाती हैं, जिसका फायदा सिर्फ सुख-शांति और समृद्धि ही नहीं, बल्कि आपके वैवाहिक जीवन पर भी पड़ता है।
वास्तु के अनुसार, पलंग(बेड) को बेडरूम के दक्षिण-पश्चिम कोने में रखना सबसे अच्छा माना जाता है। रिश्तों में मजबूती और प्रेम को बढ़ाने के लिए यह सबसे अच्छा स्थान माना जाता है। लोहे या स्टील के पलंग की जगह लकड़ी के पलंग का चुनाव करें, क्योंकि धातु का पलंग कमरे में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है।
बेडरूम में इस्तेमाल होने वाले रंगों का भी सीधा असर वैवाहिक जीवन पर पड़ता है। वास्तु शास्त्र शांत और हल्के रंगों जैसे हल्का गुलाबी, पेस्टल रंग या पृथ्वी के रंगों (ब्राउन, बेज) को इस्तेमाल करने का सुझाव देता है। चटख या गहरे रंगों से बचें, क्योंकि ये उत्तेजक हो सकते हैं और शांत वातावरण को भंग कर सकते हैं।
बेडरूम में शीशा लगाने से बचना चाहिए, खासतौर पर पलंग के सामने शीशा लगाना से तो जरूर बचना चाहिए। वास्तु के अनुसार, शीशा ऊर्जा को परावर्तित करता है, जिससे रिश्तों में दूरियां आ सकती हैं।
बेडरूम में रोशनी का माहौल बनाने में अहम भूमिका होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार कमरे में हल्की रोशनी का इस्तेमाल करने का सुझाव देता है। इससे दोनों पार्टनर के बीच में रस्तों में मधुरता आती है।
बेडरूम को हमेशा साफ और सुथरा रखें। अव्यवस्था नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है, जिसका असर दांपत्य जीवन पर भी पड़ सकता है। बेडरूम को नियमित रूप से साफ करें और चीजों को व्यवस्थित रखें, ताकि शांति और सकारात्मकता का माहौल बना रहे।
बेडरूम में टेलीविजन, कंप्यूटर या व्यायाम करने के उपकरणों का कम से कम इस्तेमाल करें। वास्तु के अनुसार, ये उपकरण विद्युत चुम्बकीय विकिरण उत्पन्न करते हैं, जो बेडरूम में ऊर्जा के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं और वैवाहिक संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के इन सुझावों को अपनाकर आप अपने बेडरूम में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं, जिससे न सिर्फ आप अपना वैवाहिक जीवन खुशहाल बना सकते हैं बल्कि आप इस माहौल में खुद को पहले ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करेंगे।